अगर 2003 वर्ल्ड कप में अब्दुल रज्जाक सचिन तेंदुलकर का कैच पकड़ लेते तो शायद रिजल्ट कुछ और होता: मोहम्मद कैफ

मोहम्मद कैफ ने इस बात की हामी भरी है कि अगर 2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के अब्दुल रज्जाक ने सचिन तेंदुलकर का कैच पकड़ लिया होता तो शायद मैच का रिजल्ट कुछ और होता।

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Mohammad Kaif & Sachin Tendulkar. (Photo Source: Twitter)

भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने इस बात की हामी भरी है कि अगर 2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के अब्दुल रज्जाक ने सचिन तेंदुलकर का कैच पकड़ लिया होता तो शायद मैच का रिजल्ट कुछ और होता। उन्होंने याद करते हुए बताया कि, रज्जाक गेंदबाज के पास खड़े हुए थे ना कि जहां उनको खड़े होना चाहिए था। यही वजह थी कि वो कैच नहीं ले पाए।

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बता दें 2003 वर्ल्ड कप का मुकाबला भारत बनाम पाकिस्तान के बीच में दक्षिण अफ्रीका के सेंचुरियन मैदान में हो रहा था। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 273 रन बनाए थे। टीम के ओपनर सईद अनवर ने 101 रन की शतकीय पारी खेली थी। जवाब में 274 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के 2 विकेट महज 53 रन पर गिर गए। स्कोर जब 57 रन था उस समय पारी का 7वां ओवर लेकर आए वसीम अकरम।

इस ओवर की तीसरी गेंद पर सचिन तेंदुलकर ने एक शॉट मारना चाहा लेकिन गेंद बल्ले से लगकर मिड ऑफ की ओर हवा में जाने लगी। अब्दुल रज्जाक ने भागकर गेंद को पकड़ना चाहा लेकिन गेंद उनके ऊपर से निकल गई। हालांकि रज्जाक ने गेंद पर हाथ लगा लिया था लेकिन वो कैच पूरा नहीं कर पाए। उसके बाद सचिन ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से भारत को यह मुकाबला 6 विकेट से जिताया।

कैफ ने स्पोर्ट्सकीड़ा के शो ‘एसके अनसेंसर्ड’ में कहा कि, अगर रज्जाक ने सचिन तेंदुलकर का कैच पकड़ लिया होता तो यह मुकाबला काफी कड़ा हो जाता। मुझे याद है वसीम अकरम रज्जाक के ऊपर गुस्सा हुए थे कि वो गेंदबाज के बगल में क्यों खड़े हैं और जहां उनको लगना चाहिए वहां क्यों नहीं।

बता दें कि, कैफ (35) और सचिन (98) ने तीसरे विकेट के लिए 102 रन की साझेदारी की थी। कैफ ने इस बात पर हामी भरी कि इस मुकाबले में उनके ऊपर बहुत प्रेशर था लेकिन सचिन तेंदुलकर के साथ की वजह से उन्होंने मुकाबला आसानी से जीत लिया। उन्होंने कहा कि, सचिन ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। मेरा सिर्फ यह काम था कि उनको सपोर्ट करना और उनके साथ खड़े रहना। मुझसे कहा गया था कि सचिन के साथ साझेदारी बनाओ और अगर वो मार रहे हो तो आप बस उनको स्ट्राइक देते रहो।

कैफ के डिस्मिसल के बाद युवराज सिंह (50*) और राहुल द्रविड़ (44*) ने आखिरी में अहम साझेदारी करते हुए इस मुकाबले को 46 ओवर के अंदर ही जीत लिया।

2003 वर्ल्ड कप की हार के बाद हम सभी को खिलाड़ियों टीम से निकाल दिया गया: शोएब अख्तर

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने बताया कि, टूर्नामेंट से बाहर होने के बाद जब हम वापस इस्लामाबाद पहुंचे तो हम सभी खिलाड़ियों को टीम से निकाल दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उस मुकाबले में मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की लेकिन सचिन तेंदुलकर ने उस मुकाबले में काफी अच्छी बल्लेबाजी की।

यही नहीं उन्होंने मोहम्मद कैफ और राहुल द्रविड़ की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि, कैफ और द्रविड़ की पारियों की वजह से भारत ने यह मुकाबला आसानी से जीत लिया। इस मुकाबले में शोएब अख्तर ने 10 ओवर में 72 रन दिए वहीं वकार यूनुस ने 8.4 ओवर में 71 रन लुटाए।

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