अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने टी-20 फॉर्मेट में धीमी ओवर गति को लेकर कुछ दिन पहले 3 नए नियमों का ऐलान किया। जिससे मैच को तय समय पर खत्म करने के लिए टीमों को बेहतर तैयारी के साथ मैदान पर अब उतरना होगा। क्योंकि पहले देखने को मिलता था कि ओवर गति धीमी रहने की वजह से मैच काफी लंबा चला जाता था और ऐसी स्थिति में बाद में इसके लिए दोषी कप्तान पर जुर्माना लगाया जाता था।
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लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने पहली बार खासतौर पर इस पहलू पर ध्यान देने के लिए 3 नए नियमों का ऐलान किया। उसमें फील्डिंग टीम को मैच के दौरान ही इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, जिसमें यदि फील्डिंग करने वाली टीम तय समय में आखिरी ओवर की पहली गेंद फेंकने की स्थिति में होनी चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं कर पाते हैं तो अब बचे हुए ओवरों में 30 गज से बाहर उनका एक फील्डर कम रहेगा।
ICC के इन नए नियमों के पीछे मैच की गति को बढ़ाने के साथ खिलाड़ियों को अतिरिक्त ब्रेक लेने से रोकना भी एक बड़ा कारण है। इन सभी नियमों को पहले भी कई लीग में लागू होते हुए देखा जा चुका है, जिसके बाद आईसीसी क्रिकेट कमिटी की सिफारिश पर इसे लागू करने का फैसला लिया गया। हमको इन 3 नए नियमों से मिलने वाले लाभ के बारे में बताने जा रहे हैं।
टी-20 के नए नियमों से ये तीन लाभ मिलेंगे
3 – ड्रिंक्स ब्रेक में आएगी कमी
नए नियम के अनुसार, ICC ने एक वैकल्पिक ड्रिंक्स ब्रेक दोनों पारियों के 10 ओवर खत्म होने पर सुविधा दी है, जो किसी भी द्विपक्षीय सीरीज के दौरान दोनों टीमें आपसी सहमति के अनुसार चुन सकती हैं। यह ब्रेक 2 मिनट 30 सेकंड का होगा जिसके बाद पारी के बीच में कोई भी बल्लेबाज ड्रिंक्स ब्रेक लेने से बचेगा। साथ ही मैच की गति पर भी इससे कोई असर नहीं पड़ेगा। इस नियम को हम सभी ने टी-20 वर्ल्ड कप 2021 के दौरान देखा था, जहां पर 10 ओवर के बाद ड्रिंक्स ब्रेक लिया गया था।
2 – समय पर मिलेगा परिणाम
इन नए नियमों के लागू होने के बाद मैच की गति में काफी सुधार देखने को मिलेगा, जिसमें टीमों को अपनी रणनीति बनाने के लिए पहले से और तेजी के साथ फैसले लेने होंगे। इससे अहम मैचों के दौरान फैंस भी लगातार जुड़े रहेंगे, साथ ही ब्रॉडकास्टर्स को भी तय समय पर मैच खत्म होने से काफी राहत मिलेगी। क्योंकि टी-20 जैसे फॉर्मेट में यदि एक घंटे में 11 से 12 ओवर की गेंदबाजी होती है तो इससे खेल से फैंस पूरी तरह जुड़ नहीं पाते हैं।
1 – ओवर गति में काफी सुधार देखने को मिलेगा
पहले मैच खत्म होने के बाद ओवर गति को लेकर सुनवाई के दौरान कप्तान और टीम पर जुर्माना लगाया जाता था। लेकिन अब मैच के दौरान ही इसको लेकर सजा मिलने के नियम से गेंदबाजी टीम पहले से कहीं अधिक सतर्क दिखेगी क्योंकि इसका असर परिणाम पर भी देखने को मिलेगा और ऐसी स्थिति में कोई भी टीम खतरा नहीं उठाना चाहेगी। नए नियम के अनुसार, यदि गेंदबाजी टीम 18वां ओवर तय समय 90 मिनट के बाद करती है, तो बाकी बचे ओवरों के लिए 30 गज के बाहर उनका एक फील्डर कम कर दिया जाएगा।