2018 टीम इंडिया के लिए होगा कठिन डगर

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India’s Ravichandran Ashwin celebrates with teammates. (Photo by JEWEL SAMAD/AFP/Getty Images)
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए जहां 2017 स्वर्णिम काल रहा है. वहीं 2018 उतना भी कठिनाई भरा हो सकता है. टेस्ट में नंबर वन और वनडे तथा टी-20 में नंबर दो रही टीम इंडिया का असली टेस्ट 2018 में होगा. वहीं कप्तान विराट कोहली की भी कप्तानी की परीक्षा होगी. क्योंकि टीम इिंंडया को अधिकांष मैच विदेषी धरती पर ही खेलनी है. भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी मजबूत टीमो से मुकाबला होगा.
साल 2017 भारतीय क्रिकेट टीम के लिये काफी उत्साहदायक रहा. वेस्टइंडीज के साथ हुये टी-20 को छोड़ दें तो अधिकांष द्विपक्षीय मैच टीम इंडिया ने जीते. टीम इंडिया ने 2017 में 53 में से 37 मैचों पर जीत दर्ज की, और सीरीज अपने नाम किया. हालांकि भारतीय टीम ने इस दौरान अधिकांष मैच घरेलु मैदान पर खेले हैं. अब उनकी असली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका के उछाल भरी पीच पर होगी.
भारतीय टीम की असली परीक्षा की षुरू हो चुकी है. दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गयी भारतीय टीम वहां तीन टेस्ट, 6 वनडे और तीन टी-20 मैच खेलेगी. इस सीरीज के तुरंत बाद टीम इंडिया श्रीलंका के 70वें आजादी पर आयोजित त्रिकोणिय सीरीज भी खेलेगी. जिसमें भारत, श्रीलंका के अलावे बांग्लादेष होगी। इसके बाद 4 अप्रैल से 31 मई तक भारत में 11वां आईपीएल का आयोजन किया जाना है। इसके बाद पूरा जून टीम इंडिया आराम करेगी.
एक माह के आराम के बाद जुलाई में टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर जायेगी. इंग्लैंड का दौरा टीम इंडिया के लिये काफी लम्बा दौरा है. जहां टीम इंडिया 5 टेस्ट, 3 एकदिसीय और 3 टी-20 मैच खेलेगी. 12 सितंबर को इंग्लैंड टूर खत्म होने के बाद भारतीय टीम एषिया कप खेलेगी. जो 15 से 30 सितंबर तक चलेगा.
एशिया कप खेलने बाद भारतीय क्रिकेट टीम को वेस्टइंडीज के साथ टेस्ट, वनडे और टी-20 मैच खेलनी है. वेस्टइंडीज के साथ मैच खेलने के बाद टीम इंडिया साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया के लिये रवाना हो जायेगी. जहां टीम कम से कम 5 टेस्ट मैच खेलेगी. अब देखना होगा कि टीम इंडिया विदेषी धरती पर कैसा प्रदर्षन करती है. क्योंकि विदेषी धरती पर असफल होने के कारण ही महेन्द्र सिंह धोनी को कप्तानी गवानी पड़ती थी.

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