विराट कोहली के टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के फैसले को लेकर BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने प्रतिक्रिया देते हुए कही यह बात

BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोहली के फैसले का खुले दिल से स्वागत किया है।

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Sourav Ganguly and Virat Kohli. (Photo Source: Twitter)

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के मौजूदा अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने विराट कोहली के टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बोर्ड इस फैसले का पूरे खुले दिल से स्वागत करता है। जिस समय विराट कोहली ने महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के बाद इस जिम्मेदारी को संभाला था तो उस वक्त टीम एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही थी।

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जिसमें धोनी ने टेस्ट फॉर्मेट में 33 साल की उम्र में संन्यास का ऐलान करने के साथ कप्तानी को भी छोड़ दिया था। जिसके बाद 7 सालों तक इस जिम्मेदारी को संभालने वाले विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल टेस्ट कप्तान के तौर पर सामने आए। जिसमें टीम ने उनके नेतृत्व में देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी टेस्ट सीरीज को अपने नाम किया।

अब BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी 15 जनवरी को विराट कोहली के इस फॉर्मेट में कप्तानी छोड़ने के फैसले को निजी बताने के साथ उसका सम्मान करने की भी बात कही है। सौरव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, विराट के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट ने एक अलग मुकाम सभी फॉर्मेट में हासिल किया। उनका यह फैसला निजी है और BCCI उसका पूरा सम्मान करने के साथ खुले दिल से स्वागत भी करता है। वह टीम के एक अहम सदस्य हैं और हमें भरोसा है वह आने वाले भविष्य में और बेहतर मुकाम हासिल करेंगे।

यहां पर देखिए सौरव गांगुली के उस ट्वीट को:

वहीं जब विराट कोहली ने टेस्ट फॉर्मेट की कप्तानी के छोड़ने को लेकर सभी को जानकारी दी थी, तो ऐसा सामने आया कि उन्होंने यह फैसला BCCI के दबाव में आकर लिया है। लेकिन बाद में बोर्ड की तरफ से यह साफ कर दिया गया कि उनकी तरफ से इसको लेकर किसी तरह का कोई दबाव नहीं था, बल्कि BCCI को उम्मीद थी कि कोहली अगले 2 से 3 सालों तक टीम के लिए इस फॉर्मेट में कप्तानी की जिम्मेदारी को निभायेंगे।

BCCI कोषाध्यक्ष अरुण धूमल का बयान जो न्यूज-18 में छपा उसके अनुसार उन्होंने कहा कि, विराट कोहली पर BCCI की तरफ से कप्तानी छोड़ने का किसी तरह का कोई दबाव नहीं था। यह उनका फैसला है, जिसका हम पूरा सम्मान करते हैं। लेकिन हम कह सकते हैं, कि वह अगले 2 से 3 सालों तक इस फॉर्मेट में कप्तानी कर सकते थे।

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