‘मुझे लगा कि यह सही समय है’- इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने पर बोले इयोन मॉर्गन

इयोन मॉर्गन इस सीजन में घरेलू टी-20 टूर्नामेंट द हंड्रेड में लंदन स्पिरिट के लिए खेलेंगे।

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Eoin Morgan. (Photo by Gareth Copley/Getty Images)

व्हाइट बॉल क्रिकेट में इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन ने मंगलवार (28 जून) को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज से पहले अपने भविष्य को लेकर कुछ बड़े संकेत दिए थे। उस सीरीज के पहले दो मैचों में वह लगातार डक पर आउट हुए थे और चोटिल होने की वजह से तीसरा मैच नहीं खेल पाए थे।

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मॉर्गन पिछले कुछ महीनों में चोट और फिटनेस के मुद्दों से जूझ रहे थे, जिसके कारण अंततः उन्हें संन्यास लेना पड़ा। 35 वर्षीय बल्लेबाज ने इंग्लैंड को 2019 में अपनी पहली एकदिवसीय विश्व कप जीत और 2016 में टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया था। उनके पास वनडे क्रिकेट की एक पारी में सबसे अधिक 17 छक्के लगाने का अनूठा विश्व रिकॉर्ड है।

उन्होंने 2019 में अफगानिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड के लिए विश्व कप में सबसे तेज शतक जड़ा था। वहां उन्होंने 57 गेंदों में शतक बनाया था। इंग्लैंड के साथ मॉर्गन की जर्नी, विशेष रूप से एक कप्तान के रूप में, उल्लेखनीय रही है और मॉर्गन ने स्वीकार किया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला उनके लिए कहीं से भी आसान नहीं था।

मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे विश्व कप जीतने वाली दो टीमों के लिए खेलने का मौका मिला- इयोन मॉर्गन

इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी की गई प्रेस रिलीज में मॉर्गन ने कहा, “बहुत सोच विचार करने के बाद मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर रहा हूं। अपने करियर के सबसे अच्छे और सफल पड़ाव को छोड़ने का फैसला आसान कहीं से भी आसान नहीं था लेकिन मुझे लगता है कि यह सही समय है, न केवल मेरे लिए बल्कि सीमित ओवरों में इंग्लैंड की दोनों टीमों के लिए जिनका मैंने अब तक नेतृत्व किया है।”

उन्होंने आगे लिखा कि, “आयरलैंड के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत से लेकर 2019 में विश्व कप जीतने तक, मैंने कभी इस बात को नजरअंदाज नहीं किया है कि किसी भी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी के लिए अपने परिवार का समर्थन कितना मायने रखता है। मैं अपने माता-पिता, अपनी पत्नी तारा और विश्व भर में फैले अपने परिवार को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि अपने करियर के दौरान उन्होंने मेरा समर्थन किया है। इन सबके बिना यह सफ़र शुरू ही नहीं हो पाता।”

अंत में मॉर्गन ने लिखा कि, “मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे विश्व कप जीतने वाली दो टीमों के लिए खेलने का मौका मिला। मेरा मानना है कि इंग्लैंड की सफ़ेद गेंद वाली दोनों टीमों के लिए भविष्य बहुत उज्जवल है। हमारे पास पहले की तुलना में अनुभव, अधिक ताकत और बहुत गहराई है। मैं उन्हें खेलते हुए देखने के लिए उत्साहित हूं। मैं हो सके उतना घरेलू क्रिकेट खेलने का आनंद लूंगा। मैं इस साल द हंड्रेड में लंदन स्पिरिट के लिए खेलने और उनकी कप्तानी करने को लेकर उत्साहित हूं।”

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