इंग्लैंड बनाम भारत टेस्ट से पहले आकाश चोपड़ा ने शुभमन गिल को लेकर दिया अहम सुझाव

आकाश चोपड़ा ने बताया क्यों मयंक अग्रवाल को विदेशी दौरों पर नहीं मिलते ज्यादा मौके!

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Shubman Gill and Aakash Chopra (Image Source: Getty Images/Twitter)

भारत के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल टेस्ट क्रिकेट में तीसरे या चौथे नंबर पर भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सबसे अधिक उपयुक्त हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि शुभमन गिल घरेलू मैचों में भी स्विंग के खिलाफ सहज होते हैं, इसलिए उनसे ओपनिंग कराना सही नहीं है।

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आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा: “मुझे लगता है कि शुभमन गिल निश्चित रूप से इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले आगामी पुनर्निर्धारित टेस्ट मैच में सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलने जा रहे हैं। लेकिन मैं शत-प्रतिशत आश्वस्त नहीं हूं कि वह ओपनिंग के लिए एक सर्वश्रेष्ठ विकल्प हैं। मुझे लगता है कि अगर हमें शुभमन गिल का टेस्ट क्रिकेट में बल्ले के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देखना है, तो युवा बल्लेबाज को नंबर 3 या नंबर 4 पर बल्लेबाजी करानी चाहिए। हमने देखा है कि जब गेंद स्विंग करना शुरू करती है, तो चीजें गिल के लिए मुश्किल हो जाती हैं, और यहीं चीज उनके साथ घरेलू परिस्थितियों में भी होती है।”

शुभमन गिल को ज्यादा टेस्ट मैचों में खेलने से फायदा हो सकता है

उन्होंने आगे कहा: “गिल को इंग्लैंड दौरे पर केवल एक टेस्ट मैच खेलना हैं, और अगर वह इसमें विफल होता है, तो फिर अगले टेस्ट मैच के लिए उसका चयन संदिग्ध हो जाता है। लेकिन वहीं अगर आप पांच मैचों टेस्ट की सीरीज खेल रहे होते हैं, तो आपके पास वापसी करने का मौका होता है, अगर आप शुरुआत में असफल हो भी जाते हैं।”

इस बीच, एक और सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल इंग्लैंड दौरे पर हैं, जिन्हे पिछले साल शुभमन गिल के कारण अपनी जगह खोनी पड़ी थी, और वह पुनर्निर्धारित मैच में सलामी बल्लेबाज के रूप में नजर आ सकते हैं, लेकिन पूर्व बल्लेबाज को नहीं लगता कि उन्हें इंग्लैंड दौरे पर मौका मिल पाएगा। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के कोरोना संक्रमित होने के बाद कर्नाटक के बल्लेबाज को टीम इंडिया में जगह दी गई है, हालांकि अभी अनुभवी बल्लेबाज मैच से बाहर नहीं हुए हैं।

आकाश चोपड़ा ने कहा: “मयंक अग्रवाल का घरेलू परिस्थियों में कोई मुकाबला नहीं है, और यही वजह है कि उन्हें विदेशी दौरों के लिए टीम इंडिया में जगह मिलती रही, लेकिन वह उन अवसरों का फायदा नहीं उठा पाए। मयंक को विदेशी दौरों पर ज्यादा मौके नहीं मिलते, क्योंकि वह हर बार वहां रन बनाने में विफल रहे हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया इसलिए उन्हें इंग्लैंड टेस्ट के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था।”

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