‘मैं अब 10 गुना बेहतर गेंदबाज हूं, लेकिन टीम में….’- टीम इंडिया से बाहर होने पर छलका खलील अहमद का दर्द

खलील अहमद ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।

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Khaleel Ahmed. (Photo Source: Twitter)

भारतीय गेंदबाज खलील अहमद टीम इंडिया से काफी लंबे समय से बाहर चल रहे हैं। बता दें उन्होंने 2018 में वनडे और टी-20 में डेब्यू किया था। फिर अगले एक साल में खलील ने 11 वनडे और 14 T20I खेले। हालांकि इसके बाद वे लगभग चार साल से भारतीय टीम के लिए एक भी मैच नहीं खेले हैं। दरअसल जब उन्होंने 2018 में हांगकांग के खिलाफ एशिया कप में टीम इंडिया के लिए खेला तो वहां उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था।

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उस एशिया कप में उन्होंने दो मैचों में सिर्फ दो विकेट लेकर 81 रन दिए थे। इसके बाद उन्हें खराब प्रदर्शन के कारण काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी थी। इतना ही नहीं भारत के पूर्व खिलाड़ी कृष्णमाचारी श्रीकांत ने उनकी काफी आलोचना करते हुए कहा था कि, सच कहूं तो खलील अहमद इस स्तर पर मिसफिट दिखते हैं। सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है, लेकिन उन्हें तेजी से सीखना होगा।

जाहिर तौर पर मुझे उस बयान से बहुत दुख हुआ-खलील अहमद 

वहीं अब Jio Cinema पर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा के साथ बातचीत के दौरान खलील अहमद ने खुलासा किया कि वह इन कमेंट्स से काफी दुखी हुए थे, लेकिन उन्होंने इसे सकरात्मक तरह से लिया था। उन्होंने  कहा कि – हां मैंने इसे कहीं मीडिया में देखा और जाहिर तौर पर इससे मुझे बहुत दुख हुआ। मैं भी टीम इंडिया का खिलाड़ी था। मैं युवा और भावुक था, लेकिन मैंने इसे सकारात्मक तरीके से लिया और देखा कि खुद में कैसे सुधार कर सकता हूं। वर्तमान में ये चीजें मेरे लिए मायने नहीं रखतीं है।

खलील अहमद ने कहा कि, मैंने सीखा है कि आगे बढ़ने का जो प्रॉसेस है उसका पालन करना सबसे महत्वपूर्ण  होता है। मैं हेल्दी डाइट और प्रैक्टि्स पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करता हूं। मैं यह जानता हूं कि लोग मेरे बारे में क्या कह रहे हैं, लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। जब मेरे साथ अच्छा होता है तो मैं मुस्कुराता हूं और जब बुरा होता है तब भी खुश रहने की पूरी कोशिश करता हूं।

वहीं जब उनसे भारतीय टीम में वापसी के बारे में पूछा गया, तो खलील अहमद ने कहा कि, जब मैं भारत के लिए खेलता था तो मैं उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका था। मेरा मानना ​​है कि मैं अब काफी बेहतर गेंदबाज हूं, लेकिन मैं भारतीय टीम में नहीं हूं। मैं पहले से 10 गुना बेहतर गेंदबाज हूं। मैं अब खेल और बल्लेबाज को बेहतर तरीके से पढ़ सकता हूं।

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