सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ ऐसे पारी खेलने के लिए मुझे अलग से किसी तरह की प्रेरणा की जरूरत नहीं थी – डेविड वार्नर

IPL 2021 सीजन के बीच में डेविड वार्नर को सनराइजर्स हैदराबाद फ्रेंचाइजी ने कप्तानी के पद से हटा दिया था।

Advertisement

David Warner. (Photo Source: IPL/BCCI)

ऑस्ट्रेलिया और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 में दिल्ली कैपिटल्स (DC) के धमाकेदार ओपनर डेविड वार्नर ने 5 मई को हुए मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ 58 गेंदों में 92 रनों की नाबाद शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। ये डेविड का इस संस्करण में चौथा अर्धशतक है। उनके अर्धशतक की बदौलत टीम ने हैदराबाद के सामने 208 रन का लक्ष्य रखा था। जिसको SRH की टीम हासिल नहीं कर सकी 21 रनों से मुकाबला हार गई।

Advertisement
Advertisement

डेविड वार्नर को SRH के खिलाफ मुकाबले का बेसब्री से इंतजार था। सभी जानते हैं कि IPL के पिछले संस्करण में डेविड वार्नर SRH टीम का हिस्सा रह चुके हैं और उनकी कप्तानी भी कर चुके हैं। साल 2014-2021 तक के सीजन में SRH के लिए वार्नर ने कई मैच विनिंग पारियां भी खेली हैं।

लेकिन साल 2021 के सीजन में SRH ने वार्नर के साथ गलत व्यवहार किया। जिसमें सबसे पहले वार्नर के फॉर्म में ना रहने की वजह से उनको हैदराबाद की कप्तानी से हटा दिया गया और उसके बाद उनको प्लेइंग XI में भी जगह नहीं दी। इस मुकाबले को लेकर वार्नर ने कहा कि जैसे की सब जानते हैं कि मेरे साथ पहले क्या हो चुका है मुझे इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार था।

मैच के बाद हुए प्रेजेंटेशन में डेविड वार्नर ने कहा कि, जो पिछले साल मेरे साथ हैदराबाद ने किया है उसके लिए मुझे अलग से किसी प्रेरणा की जरूरत नहीं थी। मुझे इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार था और मैंने अपनी टीम के लिए यह पारी खेली मुझे इस बात की खुशी है।

डेविड वार्नर और रोवमन पोवेल ने खेली धमाकेदार पारियां

पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली कैपिटल्स टीम ने 20 ओवर में 207 रन बनाए। ओपनर डेविड वार्नर ने 58 गेंदों में नाबाद 92 रन और रोवमन पोवेल ने 35 गेंदों में 67 रन बनाए। जहां एक तरफ वार्नर ने अपनी पारी में 3 छक्के लगाए वहीं पोवेल ने अपनी पारी में 6 छक्के जड़े। इसी के साथ डेविड वार्नर ने कहा कि मुझे अब फिर से जिम जाना पड़ेगा क्योंकि मैं अभी सिर्फ 85 मीटर के छक्के मार पा रहा हूं।

उन्होंने कहा की आखिरी में मैं तेजी से रन ले रहा था और जब मेरी बारी आ रही थी तो मैं चाह रहा था कि गेंद को बाउंड्री के पार मार सकूं। मुझे लग रहा है कि अब मैं बुड्ढा हो गया हूं क्योंकि अभी पिछले ही दिनों में एक खिलाड़ी ने 117 मीटर का छक्का मारा था और मैं सिर्फ 85 मीटर का छक्का मार पा रहा हूं। मुझे लगता है कि अब मुझे वापस से जिम जाना पड़ेगा। उम्मीद है की एक दिन मैं भी 100 मीटर का छक्का मारूंगा।

Advertisement