अगर पैसे नहीं होंगे तो मुझे नहीं पता कि कितने लोग क्रिकेट खेलेंगे: हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या फिलहाल आगामी टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारी कर रहे हैं।
अद्यतन - अक्टूबर 18, 2021 12:37 अपराह्न
भारत के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की एक छोटे से अपार्टमेंट में रहने से लेकर मुंबई में करोड़ों की संपत्ति के मालिक होने तक की कहानी काफी खास रही है। अपने कौशल और प्रतिभा के दम पर वह न सिर्फ मुंबई इंडियंस के लिए बल्कि भारतीय टीम में भी अपनी जगह पक्की करने में सफल रहे।
पिछले कुछ वर्षों में हार्दिक पांड्या भारत के लिए अच्छे फिनिशर की भूमिका निभाने में सफल रहे हैं। कुछ समय पहले तक वह कुछ ओवर गेंदबाजी भी कर लेते थे लेकिन इस समय वह गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं जो कि भारतीय टीम के लिए एक बेहद चिंता का विषय है।
आगामी टी-20 वर्ल्ड कप में सभी फैंस यही चाहेंगे कि हार्दिक गेंदबाजी करें जिससे भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में और भी अच्छा प्रदर्शन कर सके। हार्दिक पांड्या ने IPL नीलामी में मिली बड़ी राशि के बारे में भी बताया और ये भी बताया कि यह खिलाड़ियों के जीवन को कैसे प्रभावित करती है और इस लीग में अनुबंध मिलने के बाद उनकी जीवन में क्या बदलाव आता है।
मैं और क्रुणाल मानसिक रूप से बेहद मजबूत थे: हार्दिक
क्रिकेट मंथली से बातचीत करते हुए हार्दिक ने कहा, “जो हो रहा है, उसे समझने के लिए आपकी एक मजबूत मानसिकता होनी चाहिए। मैं और क्रुणाल बहुत मजबूत थे, इसलिए हम इस बात को स्वीकार करने में सक्षम थे कि पैसा है, लेकिन हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हम कभी भी अपने पैर को जमीन से न उठाएं। ऐसा लग सकता है कि मैं उड़ रहा हूं और वह सब, लेकिन मुझे पता है कि दिन के अंत में मेरा पैर हमेशा जमीन पर होता है।”
हार्दिक ने आगे कहा, पैसा अच्छा है भाई। यह बहुत कुछ बदलता है। मैं उन उदाहरणों में से एक हूं, नहीं तो मैं पेट्रोल पंप पर काम कर रहा होता। मैं मजाक नहीं कर रहा, मेरे लिए मेरा परिवार पहले है यह सुनिश्चित करने के लिए कि मेरे परिवार का जीवन हमेशा अच्छा रहे।
क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पैसा बेहद जरूरी है
पांड्या ने इस बात का भी खुलासा किया कि कैसे किसी खिलाड़ी को क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पैसा बेहद जरूरी है क्योंकि पैसा उनके परिवार का जीवन बदल देती है। उन्होंने कहा, “2019 में मेरी बातचीत ऐसे व्यक्ति से हुई जो कह रहा था कि ‘आप सभी युवाओं के लिए पैसा मायने नहीं रखना चाहिए’। मैं इससे सहमत नहीं था। जब किसी छोटे गांव या शहर के लड़के को कोई बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिलता है तो वह उसको अपने लिए नहीं रखता, बल्कि उससे अपने माता-पिता की देखभाल करता है। एक गलत धारणा है कि लोगों को पैसे के बारे में बात नहीं करनी चाहिए। पैसा नहीं होगा तो पता नहीं कितने लोग क्रिकेट खेलेंगे।”