चेतेश्वर पुजारा ने बताया, आखिर कैसे रणजी ट्रॉफी खेलकर उन्होंने टीम इंडिया में की वापसी

सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी में जो मैंने तीन मुकाबले खेले थे, उसमें मैं अपनी लय में वापस आ गया था: चेतेश्वर पुजारा

Advertisement

Cheteshwar Pujara. (Photo by Julian Finney/Getty Images)

भारत के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने इस फॉर्मेट में एक समय खराब फॉर्म से गुजरने के बाद राष्ट्रीय टीम में अपनी वापसी के बारे में बात की है। बता दें, पुजारा ने अपना आखिरी टेस्ट शतक 2019 में जड़ा था, जिसके बाद उनका फॉर्म काफी निराशाजनक रहा था। इस वजह से उनको और तमाम भारतीय खिलाड़ियों (जैसे अजिंक्य रहाणे और इशांत शर्मा) को टीम से बाहर कर दिया गया था।

Advertisement
Advertisement

टीम में जगह ना मिलने के बाद चेतेश्वर पुजारा ने अपनी वापसी के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना शुरू किया। इसकी एक वजह यह भी थी कि उन्हें अपने फॉर्म में जल्द से जल्द वापस आना था। इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने इस साल रणजी ट्रॉफी और काउंटी चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और वहां कमाल की बल्लेबाजी की।

उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 2 अर्धशतक जड़े थे। हालांकि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन काउंटी चैंपियनशिप में देखने को मिला था। इस चैंपियनशिप में वो ससेक्स की ओर से खेल रहे थे। उन्होंने इस सीजन के काउंटी चैंपियनशिप में चार शतक जड़े थे, जिसमें से 2 को उन्होंने दोहरे शतक में तब्दील किया था।

सबसे ज्यादा जरूरी था कई सारे फर्स्ट-क्लास मुकाबले खेलना: चेतेश्वर पुजारा

BCCI के साथ एक इंटरव्यू में चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि, मेरे लिए सबसे ज्यादा जरूरी था ज्यादा से ज्यादा फर्स्ट-क्लास मुकाबले खेलना। मैंने काउंटी चैंपियनशिप खेलने से पहले अपने घर में कई फर्स्ट-क्लास मुकाबले खेले थे।

सौराष्ट्र के लिए रणजी ट्रॉफी में जो मैंने तीन मुकाबले खेले थे, उसमें मैं अपनी लय में वापस आ गया था और मुझे पता था कि मैं बहुत अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं। सबसे जरूरी था बड़ा स्कोर बनाना और जब मैंने पहले मुकाबले में बड़ा स्कोर बनाया था तब मुझे लग गया था कि अब सब चीजें सही होने लगी है। मैं अपनी पुरानी लय में वापस आ चुका था। मेरा फुटवर्क पहले जैसा हो गया था और बैक लिफ्ट भी काफी अच्छी हो गई थी।

उन्होंने आगे कहा कि, यह सब कुछ होने के बाद मुझे अपने खेल का आनंद लेना था और टीम की जीत में अहम योगदान देना था। सबसे ज्यादा जरूरी होता है कि फील्ड पर अच्छा समय व्यतीत करना। मुझे इस खेल से बहुत प्यार है और मुझे क्रिकेट खेलना काफी पसंद है। मैं जब भी मैदान में होता हूं बस यही चाहता हूं कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकूं।

Advertisement