तीनों फॉर्मेट में कप्तान बनने के साथ रोहित शर्मा ने पहली बार वर्कलोड मैनेजमैंट को लेकर अपने बयान में कही यह बात - क्रिकट्रैकर हिंदी

तीनों फॉर्मेट में कप्तान बनने के साथ रोहित शर्मा ने पहली बार वर्कलोड मैनेजमैंट को लेकर अपने बयान में कही यह बात

श्रीलंका के खिलाफ पहला टी-20 मुकाबला 24 फरवरी को खेला जायेगा।

Rohit Sharma. (Photo by Michael Steele-ICC/ICC via Getty Images
Rohit Sharma. (Photo by Michael Steele-ICC/ICC via Getty Images

भारतीय टीम ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय और टी-20 श्रृंखला में शानदार क्लीन स्वीप किया। वहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज जीतने के बाद अब भारतीय टीम श्रीलंका के खिलाफ अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखना चाहेगी। टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच तीन टी-20 और दो टेस्ट मैच खेले जायेंगे। रोहित शर्मा को टेस्ट के नए कप्तान के रूप में चुन लिया गया है।

विराट कोहली ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टीम की हार के बाद टेस्ट में कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद रोहित शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार तरीके से टीम को संभाला और अपनी रणनीतियों से सबको प्रभावित किया। कप्तान रोहित शर्मा ने श्रीलंका खिलाफ 24 फरवरी से होने वाली टी-20 सीरीज से पहले तीनो फॉर्मेट में खेलने को लेकर बयान दिया।

उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर कहा कि उन्हें तीनो फॉर्मेट में खेलने के लिए कोई परेशानी नहीं है। कप्तान ने बताया कि जब उनको ब्रेक की आवश्यकता होगी तो वह ले लेंगे। फिलहाल टीम के लिए सभी मैच खेलने के लिए वह उत्सुक हैं।

“तीनों फॉर्मेट में कप्तानी करना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है”- रोहित शर्मा

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, “तीनो फॉर्मेट में कप्तानी करना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है और यह एक शानदार एहसास है। हमारे पास टीम में शानदार खिलाड़ी हैं। मैं मैदान पर टीम का नेतृत्व करने के लिए उत्सुक हूं। मेरे पास अभी बहुत सी चुनौतियां हैं और मैं इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए बहुत खुश हूं।”

जब कप्तान से पूछ गया टीम में किन खिलाड़ियों को जगह देना चाहेंगे तो रोहित ने कहा “मैं खिलाड़ियों के लिए केवल इतना कह सकता हूं कि वह रन बनाते रहें जिससे अवसर सामने आयेंगे। हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर, शुभमन गिल और उन सभी लोगों के लिए है, जो अभी टेस्ट टीम का हिस्सा हैं। आपको रन बनाते रहना है। आपको अपना सिर नीचा रखना है और अपना काम करते रहना है। यही मैं इस समय उनसे कह सकता हूं और हम उनसे भी यही उम्मीद कर सकते हैं।”

उन्होंने ब्रेक को लेकर कहा “काम का बोझ हमेशा इस बात पर निर्भर करता है कि उसके बाद क्या होता है और आप दिन-ब-दिन उसे कैसे लेते हैं। अगर ब्रेक की जरूरत महसूस होती है, तो आप ब्रेक लेते हैं। उसके बाद कोई और आपकी जगह लेने आ जाता है। आप देखते हैं कि दूसरा व्यक्ति कैसे भर सकता है, उसके पास किस तरह की क्षमता है। फिलहाल, सब सही चल रहा है।”

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