‘मैंने खुद तेंदुलकर से बात करने का जिम्मा उठाया’- विराट-कुंबले विवाद पर विनोद राय
मुझे लगता है कि इस पूरे प्रकरण को अच्छे से सुलझाया जा सकता था- विनोद राय
अद्यतन - अप्रैल 8, 2022 5:29 अपराह्न
यह सभी जानते हैं कि महान स्पिनर अनिल कुंबले ने तत्कालीन भारतीय कप्तान विराट कोहली के साथ अनबन के बाद 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद भारत के मुख्य कोच के रूप में पद छोड़ दिया था। उस समय कोहली ने कहा था कि खिलाड़ी कुंबले की कोचिंग शैली से भयभीत महसूस करते थे। उसको लेकर अब प्रशासकों की समिति (CoA) के प्रमुख रहे विनोद राय ने अपने नए किताब में कई खुलासे किए हैं।
राय ने यह भी कहा कि वह इस मामले पर कुछ संभावित समाधान पाने के लिए तुरंत महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के पास गए। राय ने कहा कि वह खुद को एक बाहरी व्यक्ति मानते हैं और साथ ही उनका मानना है कि अगर सचिन, लक्ष्मण या गांगुली जैसे खिलाड़ी इसके बारे में बात करते तो इस विवाद को बेहतर तरीके से निपटाया जा सकता था।
मैंने खुद तेंदुलकर से बात करने का फैसला किया था- विनोद राय
हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से विनोद राय ने कहा कि, “इस मुद्दे से राम गुहा नाराज थे। वह चाहते थे कि हम स्वतः ही उनका कार्यकाल बढ़ा दें। अब जरा सोचिए कि अगर हमने कार्यकाल बढ़ाया होता, और कोई व्यक्ति केवल सीओए को शर्मिंदा करने के लिए अदालत जाता तो क्या होता। वह आसानी से हमारे इस फैसले को गलत साबित कर सकता था।
इसलिए, मैंने प्रक्रिया का पालन करने का फैसला किया और कुंबले को इस प्रक्रिया में स्वत: शामिल होने दिया। लेकिन जब विराट कोहली ने कुंबले के अनुशासनात्मक रवैये से युवा खिलाड़ियों के डरने का मुद्दा उठाया, तो मैंने सचिन तेंदुलकर से बात करने का जिम्मा उठाया था।
विनोद राय ने आगे कहा कि, “मैंने खुद को एक बाहरी व्यक्ति के रूप में देखा। खिलाड़ी मेरी बात क्यों सुनेंगे? लेकिन अगर सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, या वीवीएस लक्ष्मण जैसा कोई टीम प्रबंधन या खिलाड़ियों से बात करता है, तो इसे अच्छे से सुलझाया जा सकता है। मेरा मानना है कि पूरे प्रकरण को 100 गुना बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था।”