पिछले कुछ दिनों से लगातार भारतीय क्रिकेट में चर्चा का विषय बनने वाले रिद्धिमान साहा ने आखिरकार तोड़ी अपनी चुप्पी

भारतीय खिलाड़ी रिद्धिमान साहा ने अपने संन्यास को चल रही अटकलों पर आखिरकार अपनी चुप्पी को तोड़ा है।

Advertisement

Wriddhiman Saha (Image Source: AFP/Getty Images)

भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने पिछले साल हुई न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दस्ताने पहने थे। जिसमें ऋषभ पंत को आराम दिया गया था। रहाणे और पुजारा के साथ अब साहा का भी नाम इस लिस्ट में जुड़ गया है। हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुई टेस्ट श्रृंखला में भी साहा को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी।

Advertisement
Advertisement

रिपोर्ट्स के मुताबिक साहा को आगे होने वाली टेस्ट सीरीज में जगह नहीं दी जाएगी। खबरों की माने तो मैनेजमेंट द्वारा उन्हें घरेलू श्रृंखला के लिए नहीं चुना जाएगा। ऐसे में साहा के संन्यास की चर्चाएं तेज हो गयी हैं। बता दें साहा ने रणजी ट्रॉफी में बंगाल की तरफ से खेलने के लिए इंकार कर दिया है। साहा ने कहा की अगर उन्हें आगामी टेस्ट श्रृंखला के लिए नहीं चुना जाता है तो भी वह संन्यास नहीं लेंगे।

सन्यास लेना एक निजी फैसला- साहा

रणजी ट्रॉफी से अपना नाम वापस लेने वाले साहा ने अपने बयान में कहा, ‘ संन्यास लेना एक निजी फैसला होता है। मैं सिर्फ इसलिए संन्यास नहीं लूंगा कि लोग इसके बारे में चर्चा कर रहे हैं। विराट कोहली का कप्तानी छोड़ना उनका एक निजी फैसला था। मैंने अपने क्रिकेट करियर में 40 वर्षीय खिलाड़ियों को खेलते देखा है। 37 साल की उम्र में मेरे करियर को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

मेरी उम्र के कुछ खिलाड़ी टीम में मौजूद हैं, मैं उनसे ये जानना चाहता हूं क्या वो सब भी इन सवालों के घेरे में हैं। अगर टीम मैनेजमेंट को मेरा प्रदर्शन पसंद नहीं आता है। तो वे मुझे बाहर कर सकते हैं मुझे उससे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन अगर वो मुझे धकेलना चाहते हैं तो मैं ये बिल्कुल स्वीकार नहीं करूंगा।’

37 वर्षीय ने बयान में साफ कर दिया कि वे अभी सन्यास नहीं लेने वाले हैं। उन्होंने कहा ‘ जब स्कूल में मुझे टीम में नहीं चुना जाता था तो मैं कोच से नहीं पूछता था ऐसा क्यों हुआ। मेरे मुताबिक अगर आपको नहीं चुना जाता है तो इससे खुद निपटो और बेहतर बनो। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं अगर आगामी टेस्ट सीरीज के लिए मुझे नहीं चुना जाता है तो भी मैं अभी संन्यास नहीं लूंगा।’

दिसंबर 2014 में भारत के सबसे लम्बे प्रारूप के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद साहा बतौर विकेटकीपर पहली पसंद बन गए थे। लेकिन वे बल्ले से अच्छा प्रदर्शन दिखाने में नाकाम रहे।

Advertisement