अगर मुझे मौका मिला तो मैं एडमिनिस्ट्रेशन में भी बेहतर करूंगी: मिताली राज

मिताली राज ने कुल 232 वनडे मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 50.68 की औसत से 7805 रन बनाए।

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Mithali Raj speaking. (Photo by Ashley Allen – ECB/ECB via Getty Images)

भारत की दिग्गज महिला क्रिकेटर मिताली राज ने हाल ही में 8 जून को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया। मिताली राज एक ऐसी महिला क्रिकेटर हैं जिनके नाम सभी फॉर्मेट को मिलाकर सबसे ज्यादा रन दर्ज है। महिला क्रिकेट में कई ऐसे रिकॉर्ड्स हैं, जो उन्होंने अपने नाम किए हैं। कई महिला क्रिकेटर उन्हें अपना आदर्श मानती हैं। कई महिला क्रिकेटरों का यह भी कहना है कि मिताली राज की वजह से उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया।

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मिताली राज ने 1999 में अपना वनडे डेब्यू किया था और उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट की लगभग 23 साल सेवा की। उन्होंने कुल 232 वनडे मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 50.68 की औसत से 7805 रन बनाए। उनसे ज्यादा रन अंतरराष्ट्रीय में किसी और महिला क्रिकेटर के नाम दर्ज नहीं है।

उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला इसी साल मार्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ महिला वर्ल्ड कप 2022 में खेला था। अब देखने वाली बात यह होगी कि संन्यास के बाद मिताली राज अपनी दूसरी पारी किस क्षेत्र में शुरू करती हैं। क्या वह एक कोच के रूप में वापसी करेंगी या किसी और रूप में?

मैं अपने अनुभव का अच्छा इस्तेमाल कर सकती हूं: मिताली राज

एडमिनिस्ट्रेशन में पद लेने के बारे में बात करते हुए मिताली राज ने कहा कि वह अपने अनुभव का अच्छा इस्तेमाल करेंगी और टीम मैनेजमेंट जो भी चाहेगी वो उसी भूमिका में मैदान पर उतरेंगी। उन्होंने बेलिंडा क्लार्क और क्लेयर कोनोर का उदाहरण देते हुए बताया कि दोनों ही खिलाड़ी अपने देश के बोर्ड के लिए काफी मेहनत कर रही है और काफी सफल भी है। मिताली खुद भी चाहती हैं कि वो एडमिनिस्ट्रेशन के पद में जबरदस्त वापसी करें।

इंडिया टुडे के मुताबिक मिताली राज ने कहा, अगर मुझे एडमिनिस्ट्रेशन में कोई पद या कोई काम मिलता है तो मुझे काफी खुश होगी। मेरे कई वर्षों का अनुभव लोगों के काम आना चाहिए।

मैंने अपने जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और उससे बहुत कुछ सीखा है। उम्मीद करती हूं कि मेरे अनुभव का अच्छा उपयोग होगा। उन्होंने आगे कहा कि एक महिला, महिला क्रिकेट को अच्छी तरह समझती है इसीलिए उनको भी मौका देना चाहिए। मैं इसलिए ऐसा कह रही हूं क्योंकि हम लोगों ने टीम को और मैनेजमेंट को कई साल दिए हैं।

जैसे बेलिंडा क्लार्क ने अपने अनुभव से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में काफी सुधार किया है। वहीं दूसरी तरफ क्लेयर कोनोर ने भी इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) में कमाल का काम किया है। अगर मुझे भी मौका मिला तो मैं भी इसमें बेहतर करूंगी और भारतीय महिला क्रिकेट टीम को और ऊंचाइयों तक लेकर जाऊंगी।

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