इयान चैपल का सनसनीखेज बयान, ‘पूर्व खिलाड़ियों को बताया लैंगर का पीआर मशीन’

जस्टिन लैंगर ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच की पद से इस्तीफा दे दिया है।

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Ian Chappell. (Photo by Ryan Pierse/Getty Images)

ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज इयान चैपल ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ियों को लैंगर का ‘पीआर मशीन’ बताया है क्योंकि उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और टीम के खिलाड़ियों को सार्वजनिक रूप से लैंगर का समर्थन नहीं करने के लिए फटकार लगाया था। रिकी पोंटिंग, मैथ्यू हेडन, मिशेल जॉनसन, एडम गिलक्रिस्ट, और शेन वार्न सभी ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों की सार्वजनिक रूप से अपने मुख्य कोच को संभालने के तरीके की आलोचना की है।

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कमिंस उन खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने पिछले साल लैंगर की कोचिंग शैली को लेकर चिंता जताई थी। लैंगर ने अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद एक छोटी विस्तार अवधि की पेशकश के बावजूद पद से इस्तीफा दे दिया और अब एंड्रयू मैकडोनाल्ड श्रीलंका और पाकिस्तान सीरीज के लिए अंतरिम मुख्य कोच होंगे।

कमिंस को ऐसा कोच मिलना चाहिए जिसके साथ वह काम कर सके- इयान चैपल

यह पहली बार नहीं है जब ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने अपने मुख्य कोच का समर्थन नहीं किया है क्योंकि 2019 में भी ऐसा ही हुआ है जबकि चैपल ने ईमानदारी दिखाने के लिए खिलाड़ियों को अपना समर्थन दिया है। चैपल ने उल्लेख किया कि कप्तान कमिंस सहित खिलाड़ियों को लैंगर की कोचिंग विधियों के बारे में ईमानदार होने का श्रेय दिया जाना चाहिए और उन्होंने लैंगर के पूर्व ऑस्ट्रेलियाई साथियों को ‘पीआर मशीन’ कहा।

उन्होंने कहा कि कमिंस जिस कोच के साथ काम करना चाहते हैं उसे पाने का हकदार है और इससे समझौता नहीं किया जाना चाहिए। चैपल ने इस सप्ताह वाइड वर्ल्ड ऑफ स्पोर्ट्स को बताया, “क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को लताड़ना आसान है, क्योंकि वो बहुत अच्छे नहीं हैं, और उनकी प्रतिक्रिया की केवल उम्मीद की जा सकती थी।”

उन्होंने आगे कहा कि, “मैं दो बातों से हैरान हूं। पहली यह कि इस तरह की चीजों में ईमानदार रहने वाले पैट कमिंस की बेवजह आलोचना हो रही है और दूसरी जस्टिन लैंगर की पीआर मशीन काम कर रही है और अधिकांश मामलों में ऐसा मानना रहा है।”

चैपल का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के अगले कोच की नियुक्ति में कमिंस की भी भूमिका होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “कप्तान को भी अपनी राय रखने का मौका मिलना चाहिए। उसे ऐसा कोच मिलना चाहिए जिसके साथ वह काम कर सके।”

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