टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान खिलाड़ियों के लिए होगा मनोवैज्ञानिक

टी-20 वर्ल्ड कप में खिलाड़ियों के लिए रहेगा मनोवैज्ञानिक।

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T20 World Cup trophy. (Photo Source: Twitter)

IPL के तुरंत बाद टी-20 वर्ल्ड कप का आगाज होने जा रहा है, जहां 17 अक्टूबर से इस मेगा टूर्नामेंट के मुकाबले खेले जाएंगे। वहीं, यूएई में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में भी खिलाड़ियों को सख्त बायो-बबल में रहना होगा, जो कोरोना वायरस को देखते हुए लागू किया गया है। वहीं, ICC ने भी इसे देखते हुए एक अहम फैसला लिया है जो खिलाड़ियों की मदद करेगा।

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टी-20 वर्ल्ड कप में होगी मनोवैज्ञानिक की एंट्री

जब से कोरोना संक्रमण आया है, तब से क्रिकेट में भी कई बदलाव आए हैं। इस वायरस के शुरुआती दौर में दर्शकों को मैदान पर एंट्री नहीं मिल रही थी, साथ ही खिलाड़ियों को अभी तक इस वायरस से बचाने के लिए बायो बबल में रखा जाता है। इसके तहत खिलाड़ी सिर्फ होटल के कमरे और स्टेडियम तक ही आ-जा सकता है और उसे बाहर जाने की इजाजत नहीं होती, जिसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।

*टी-20 वर्ल्ड कप में खिलाड़ियों के लिए रहेगा मनोवैज्ञानिक।
*24 घंटे मनोवैज्ञानिक रहेंगे खिलाड़ियों की मदद के लिए मौजूद।
*प्रतिबंधित माहौल के कारण खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता।
*इस मेगा टूर्नामेंट में पहली बार होगी इस तरह की चीज।

ICC ने इसे लेकर क्या बोला?

इस टी-20 वर्ल्ड कप के लिए ICC की तरफ से एलेक्स मार्शल फुलप्रूफ जैव-सुरक्षित वातावरण को विनियमित करने के प्रभारी हैं, जहां उन्होंने इस मुद्दे को लेकर बयान दिया है। एलेक्स मार्शल ने कहा कि अगर खिलाड़ी नियमों का पालन करेंगे और अनुशासन बनाए रखते हैं, तो हमें कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हम किसी भी टीम के प्रबंधन से अपेक्षा करते हैं कि यदि कोई व्यक्ति नियमों का पालन नहीं करता है, तो वह इसे बहुत गंभीरता से लेगा। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में कई खिलाड़ी सख्त बायो बबल की थकान के कारण सीरीज बीच में छोड़ चुके हैं।

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