पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को अपनी ही टीम के ऊपर नहीं है भरोसा, पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद भारत को घोषित किया विजेता
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट 9 फरवरी से नागपुर में शुरू हो चुका है।
अद्यतन - फरवरी 10, 2023 12:43 अपराह्न
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट 9 फरवरी से नागपुर में शुरू हो चुका है। पहले दिन मेजबान भारत ने कमाल का प्रदर्शन किया।
मेजबान ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 177 रन पर ऑलआउट किया जिसके बाद पहले दिन का खेल खत्म होने तक उन्होंने 1 विकेट खोकर 77 रन बना लिए थे। इन दोनों टीमों के बीच दूसरे दिन का खेल शुरू हो चुका है। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने भारतीय टीम को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनके मुताबिक अगर भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 280 से 300 रन के बीच का स्कोर बना लेती है तो उनको दोबारा बल्लेबाजी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफास्ट में बात करते हुए माइकल क्लार्क ने कहा कि, ‘अगर भारत 280 से 300 के बीच बना लेता है तो उन्हें दोबारा बल्लेबाजी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।’
ऑस्ट्रेलिया टीम को लेकर माइकल क्लार्क ने कहीं यह बात
माइकल क्लार्क की मानें तो भारत को उन्हीं के घर में हराना बहुत ही मुश्किल काम है और जिस तरीके से भारत ने पहले दिन का खेल खेला है उसको देखकर लग रहा है कि वो कंगारू टीम को एक पारी से मात दे सकता है, अगर वो अपनी पहली पारी का स्कोर 280 से 300 रन के बीच में बनाएगा तो।
क्लार्क ने आगे कहा कि, ‘मुझे पता है कि हमने ज्यादा रन नहीं बनाए हैं और अब पैट कमिंस को अब काफी काम करना पड़ेगा। वो अपने गेंदबाजों को थोड़ी सुरक्षा दे रहे हैं लेकिन बल्लेबाजों को रिस्क लेने की जरूरत है। आप चाहते हैं कि बल्लेबाज बड़े शॉट्स खेले। अगर वो ऐसा करने में सक्षम रहते हैं तो मुकाबला में हम वापसी कर पाएंगे लेकिन अगर भारत ने 280 से 300 के बीच में बना लिया तो उन्हें दोबारा बल्लेबाजी करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।’
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने आगे कहा कि, ‘मुझे पता है कि आपने सिर्फ 177 रन बनाए हैं लेकिन आपको विकेट लेना होगा। पैट कमिंस के पहले दिन की योजना को लेकर मैं काफी हैरान था। नाथन लियोन और टॉड मर्फी की हर गेंद पर उन्होंने लॉन्ग ऑन रखा हुआ था। अगर गेंद इतनी टर्न हो रही है तो खिलाड़ियों को मिड विकेट की ओर रखें जिससे अगर गेंद बल्ले से लगकर उस तरफ जाए तो फील्डर कैच पकड़ सके।’