टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में विराट कोहली के फॉर्म को लेकर बिल्कुल भीं चिंतित नहीं हैं। शास्त्री ने विराट कोहली का बचाव करते हुए कहा है कि अगर कोई भी खिलाड़ी पहली गेंद पर आउट हो जाता है तो आप कैसे कह सकते हैं कि वह फॉर्म में है या नहीं।
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कोहली के लिए आईपीएल 2022 का ये सीजन काफी निराशाजनक रहा है। इस सीजन वो तीन बार बिना खाता खोले आउट हुए हैं। पिछले मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ कोहली जगदीश सुचित की पहली गेंद पर मिड- विकेट फील्डर को कैच थमा बैठे। आईपीएल 2022 में विराट का औसत 19.64 और स्ट्राइक रेट 111.34 रहा है। उन्होंने 12 मुकाबले खेले हैं और उसमें 216 रन बनाए हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 58 रन का रहा है।
रवि शास्त्री ने विराट कोहली की फॉर्म को लेकर दिया यह बयान
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि, क्रीज पर आने के बाद अगर कोहली थोड़ा समय ले और पहली कुछ गेंदे आराम से खेलें तो बाद में वह आक्रामक रूप से बल्लेबाजी कर सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि, अगर कोई खिलाड़ी पहली गेंद पर आउट हो जा रहा है तो इससे उसके फॉर्म का अंदाजा लगाना मुश्किल है।
उन्होंने आगे कहा कि, बैंगलोर 12 मुकाबलों में से 7 में जीत दर्ज कर चुकी हैं। बावजूद इसके कि विराट कोहली और ग्लेन मैक्सवेल अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, टीम को लगातार जीत मिल रही है। अगर यह दोनों खिलाड़ी अपने फॉर्म में वापस आ जाए तो टीम और मजबूत हो जाएगी। दोनों खिलाड़ी किसी भी मुकाबले का रूख पलटने की क्षमता रखते हैं।
ग्लेन मैक्सवेल ने इस संस्करण में कुछ मैचों में छोटी लेकिन अच्छी पारियां खेली है, इस सीजन उनका स्ट्राइक रेट भी 167 का है जो पिछले सीजन से काफी बेहतर है, वहीं उन्होंने गेंदबाजी में 7 पारियों में 4 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए हैं।
हर्षल पटेल की गेंदबाजी को लेकर भी रवि शास्त्री ने दिया बयान
हर्षल पटेल की प्रदर्शन को लेकर रवि शास्त्री ने कहा कि, पहले फेज में वो अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पा रहे थे क्योंकि नई पिच उनकी गेंदबाजी के लिए सही नहीं थी। पिछले साल पटेल ने 32 विकेट अपने नाम किए थे वहीं इस साल उन्होंने मात्र 14 विकेट हासिल किए हैं। लेकिन शास्त्री की माने तो उनकी गेंदबाजी में पहले से काफी अच्छा परिवर्तन आया है।
उन्होंने कहा कि, हर्षल पटेल की धीमी गेंदे हमेशा उनका हथियार रही है। शुरुआत में उनकी धीमी गेंदे कारगर नहीं साबित हो रही थी इसलिए बल्लेबाज उनको आसानी से पढ़ रहे थे। लेकिन आप जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ रहा है उनकी गेंदबाजी बेहतर होती जा रही है और बल्लेबाज भी उनको सही तरीके से नहीं पढ़ पा रहे हैं।