अगर हमारे पास IPL जैसा इम्पैक्ट प्लेयर नियम होता, तो मैं दूसरी पारी में कुलदीप को टीम में रखता: केएल राहुल  - क्रिकट्रैकर हिंदी

अगर हमारे पास IPL जैसा इम्पैक्ट प्लेयर नियम होता, तो मैं दूसरी पारी में कुलदीप को टीम में रखता: केएल राहुल 

कुलदीप यादव की जगह बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में जयदेव उनादकट को खिलाया गया था। 

KL Rahul and Kuldeep Yadav (Image Credit- Twitter)
KL Rahul and Kuldeep Yadav (Image Credit- Twitter)

बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के स्टैंड इन कप्तान केएल राहुल ने कहा है कि अगर हमारे पास इम्पैक्ट प्लेयर नियम होता वह मीरपुर ढाका में हुए मैच की दूसरी पारी में कुलदीप यादव को टीम में शामिल करना पसंद करते।

बता दें कि टीम इंडिया को बांग्लादेश के खिलाफ चिटगांव में हुए पहले टेस्ट मैच को जिताने में कुलदीप यादव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस मैच में कुलदीप ने 8 विकेट अपने नाम किए थे। साथ ही बात दें कि टीम इंडिया के इस निर्णय पर फैंस समेत क्रिकेट पंडितो ने नाराजगी व्यक्त की थी। हालांकि राहुल ने पिच को देखने के बाद कुलदीप को नहीं खिलाने का फैसला लिया था।

राहुल ने दिया बड़ा बयान

बता दें कि ईएसपीएन क्रिकइंफो के हवाले से राहुल ने कहा, अगर हमारे पास इम्पैक्ट प्लेयर नियम होता, तो मैं मीरपुर टेस्ट मैच की दूसरी पारी में कुलदीप यादव को टीम में खिलाता। तो वहीं कुलदीप यादव को ना खिलाने को लेकर राहुल ने कहा, यह एक मुश्किल फैसला था।

यह जानते हुए कि चिटगांव टेस्ट मैच उसने हमें जिताया था। लेकिन इस टेस्ट मैच से पहले, पहले दिन पिच को देखकर हमें लगा कि यहां तेज गेंदबाजों और स्पिनरों दोनों को मदद मिलेगी, इसलिए हमने एक बैलेंस टीम चुनने का फैसला किया। ये एक फैसला था, जो हमने लिया।

जानें क्या है इम्पैक्ट प्लेयर नियम

बता दें ये नियम मैच के साथ ही शुरू होता है, जब दोनों टीमों के कप्तान टॉस के लिए मैदान पर जाते हैं और अपनी प्लेइंग इलेवन नहीं बल्कि कुल 15 खिलाड़ियों की घोषणा करते है। जिसमें 11 खिलाड़ी तो प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होते है, लेकिन इसमें से 4 खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर की भूमिका के लिए तैयार रहते है। लेकिन इन 4 खिलाड़ी में से किसी एक को ही इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर टीम में खिलाया जा सकता है।

लेकिन बता दें कि ऐसा नहीं है कि इम्पैक्ट प्लेयर को कभी भी मैच में खिलाया जा सकता है, उसके लिए 14 ओवर से पहले किसी भी टीम को ये फैसला लेना होगा। हालांकि जब मैच किसी कारणवश 10 ओवरों का हो जाता है तो भी इस नियम का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इसके लिए कम से कम 11 ओवर का खेल होना जरूरी है।