वीरेन्द्र सहवाग ने बताया किस तरह से सौरव गांगुली ने उनसे टेस्ट मैच में ओपनिंग करने के लिए कहा था
अद्यतन - अप्रैल 21, 2018 6:19 अपराह्न
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग जिन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत के लिए हमेशा एक मैच विनर की भूमिका को निभाया और उन्हें सचिन का ही बल्लेबाज़ी का क्लोन कहा जाता था क्योंकिं वह सचिन तेंदुलकर की तरह ही शॉट खेलते है उन्होंने कोलकाता में बोरिया मजूमदार कि किताब इलेवन गॉड और अ बिलियन इंडियंस के बंगाली वर्जन लांच करने के मौके पर पहुंचे थे और वहां पर उन्होंने अपने क्रिकेट जीवन से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में खुलासा किया.
गांगुली ने डाला था दबाव मेरे उपर
टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के 2 तिहारे शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने इस बुक लांच के मौके पर बताया कि किस तरह से सौरव गांगुली ने उनके उपर दबाव बनाकर टेस्ट में ओपनिंग करने के लिए कहा था. इस पर सहवाग ने कहा कि “2002 में इंग्लैंड दौरे के समय गांगुली ने मुझे ओपनिंग करने के लिए कहा था जिसके बाद उन्होंने कोच जॉन राईट और कप्तान गांगुली से पूछा कि आखिर मैं ही क्यों ?”
“तो उन्होंने कहा कि मैं वनडे में टीम के लिए ओपनिंग करता हूँ और इसका मुझे काफी अनुभव है उनके इस जवाब के बाद मेरा अगला प्रश्न था कि तेंदुलकर टीम के लिए काफी लम्बे समय से ओपनिं कर रहे है और आप ने भी एक ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर 1998 में खेलना शुरू किया था तो अप लोग क्यों नहीं ओपनिंग कर लेते मैं मध्यक्रम में बल्लेबाज़ी करने के लिए तैयार हूँ.”
टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हो या नहीं
सौरव गांगुली ने सहवाग के इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि “यदि मैं टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूँ तो टीम में ये एकमात्र जगह है इस पर मैं अब अधिक कुछ भी नहीं बोलूँगा यदि आप ओपनिंग के लिए तैयार है तो ठीक नहीं तो आप टीम से बाहर बैठने के लिए तैयार रहे.”
असफल होने पर टीम से नहीं निकालोगे
कप्तान और कोच की बात मानने के बाद सहवाग ने गांगुली ने कहा कि “मैंने दादा से कहा कि यदि मैं अगले 3 से 4 मैच में ओपनिंग की जिम्मेदारी नहीं संभाल पाता हूँ तो आप मुझे वापस मिडिल आर्डर में खेलने के लिए भेज देंगे और उसके बाद मैंने यही बाद कोच जॉन राईट से भी कही.”