इंग्लैंड की महिला क्रिकेटर चार्लोट डीन ने 24 सितंबर को लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मैच में भारतीय ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा द्वारा रन आउट किए जाने बाद गेंदबाज के गेंद फेंकने से पहले कभी भी अपनी क्रीज से बाहर नहीं निकलने की कसम खाई है।
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दरअसल, दीप्ति शर्मा ने इंग्लैंड की पारी के 44वें ओवर में चार्लोट डीन को गेंद फेंकने से पहले ही क्रीज छोड़ते देख नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रन आउट किया था, जिसे लेकर क्रिकेट दिग्गज विभिन्न प्रतिक्रियाएं दें रहे हैं, खासकर भारतीय ऑलराउंडर की खेल भावना के खिलाफ जाने के लिए आलोचना की जा रही है।
चार्लोट डीन को हुआ अपनी गलती का एहसास
खैर, दीप्ति शर्मा ने जो भी किया वो खेल के नियमों के भीतर था, क्योंकि अगर नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़ा बल्लेबाज गेंदबाज के गेंद डालने से पहले क्रीज छोड़ देता है, तो गेंदबाज बेल को हटाकर उस बल्लेबाज को आउट कर सकता है, और ठीक यही चीज भारतीय स्पिनर ने चार्ली डीन के साथ की थी।
यह घटना पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में हैं, जहां कई भारतीय क्रिकेटर को नॉन-स्ट्राइकर एंड पर इंग्लैंड के बल्लेबाज को रन आउट करने के लिए लताड़ रहे हैं, वहीं कुछ लोगों ने दीप्ति द्वारा क्रिकेट के नियमों का उपयोग करने के लिए उनकी सराहना की। लेकिन ज्यादातर लोग ऑलराउंडर की खेल भावना पर उंगली उठा रहे हैं।
इस बीच, चार्लोट डीन ने इंग्लैंड की भारत के खिलाफ वनडे सीरीज में 3-0 से हार के बाद इंस्टाग्राम पर एक स्टोरी साझा की, जिससे साफ जाहिर होता है कि उन्हें अपनी गलती का एहसास हो गया है, और इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने आगे भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं करने का भी प्रण लिया है।
इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम की स्टार ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा: “हमारे समर सीजन का दिलचस्प अंदाज में अंत हुआ। लॉर्ड्स में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करना बहुत बड़े सम्मान की बात है। मुझे लगता है कि अब से मैं अपनी क्रीज पर रहूंगी।”