‘कुछ लोग मुझसे जलते थे’- अपने आलोचकों को लेकर रवि शास्त्री ने दिया बड़ा बयान
भारत के हेड कोच के रूप में रवि शास्त्री का कार्यकाल पिछले साल नवंबर में समाप्त हो गया था।
अद्यतन - Apr 26, 2022 6:54 pm

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) में प्रबंध निदेशक के रूप में रॉब की की भूमिका पर अपने विचार साझा किए हैं। शास्त्री का मानना है कि भारत में हमेशा एक ईर्ष्या कारक होता है जो आपके पक्ष में रहता है। इस बीच रवि शास्त्री ने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड के नए क्रिकेट निदेशक रॉबर्ट की को सलाह देने के बहाने अपने आलोचकों पर भी निशाना साधा है।
शास्त्री, जो चार साल के कार्यकाल के लिए भारत के मुख्य कोच थे, वो पर्दे के पीछे बहुत कुछ कर चुके हैं। उन्होंने रोबर्ट की के लिए कुछ सलाह साझा की और कहा कि उन्हें अपनी नई भूमिका निभाते समय मजबूत और ठोस होना होगा क्योंकि उनके आस-पास हमेशा ऐसे लोग होंगे जो उनकी विफलता की कामना करेंगे। उन्होंने इस मुद्दे को अच्छे से समझाने के लिए खुद का उदाहरण दिया और भारतीय सेट-अप में मौजूदा स्थिति के बारे में बताया।
खिलाड़ियों के साथ संवाद सर्वोच्च होता है- रवि शास्त्री
The Guardian से बातचीत के दौरान रवि शास्त्री ने कहा कि, “भारत जैसे देश में हमेशा ईर्ष्या या लोगों का एक गिरोह होता है जो आपके असफल होने की कामना करते हैं। मेरी चमड़ी मोटी (लोगों की बातों पर ध्यान नहीं देने वाला) है, आप जिस ड्यूक गेंद का इस्तेमाल करते हैं, उससे भी मोटी।
आपको इसका सहारा लेना होता है। रॉब (रॉबर्ट की) जब काम करना शुरू करेगा तो वह इसे विकसित करना सीखेगा क्योंकि प्रत्येक दिन आपके काम को लेकर टिप्पणियां होंगी। मुझे खुशी है कि केंट के साथ खेलने के दौरान उसे कप्तानी का काफी अनुभव है क्योंकि खिलाड़ियों के साथ संवाद सर्वोच्च होता है।”
रॉब की के सामने एक बड़ा काम है, क्योंकि उन्हें पुरुषों की टेस्ट टीम के लिए एक नया कप्तान और एक नया कोच भी नियुक्त करने की जरूरत है। जबकि यह कहा जा रहा है कि रोबर्ट की लाल गेंद प्रारूप और सफेद गेंद प्रारूप पर अलग से ध्यान केंद्रित करने के लिए दो अलग-अलग कप्तान नियुक्त करना चाहते हैं, और इसी वजह से उनके पास एक अतिरिक्त बोझ होगा।