फिल सिमंस ने भारत बनाम अफगानिस्तान टेस्ट मैच के दौरान अफ़गान खिलाड़ियों को रमजान रखने पर दिया बड़ा बयान - क्रिकट्रैकर हिंदी

फिल सिमंस ने भारत बनाम अफगानिस्तान टेस्ट मैच के दौरान अफ़गान खिलाड़ियों को रमजान रखने पर दिया बड़ा बयान

Rashid Khan. (Photo Source: Twitter)
Rashid Khan. (Photo Source: Twitter)

वेस्टइंडीज टीम के पूर्व खिलाड़ी फिल सिमंस जो मौजूदा समय में अफगानिस्तान की नेशनल टीम को कोच कर रहे है. फिल ने 14 जून से होने वाले भारत के खिलाफ अफगानिस्तान के पहले अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच की तैयारियों पर उन्होंने बात की. सिमंस ने अपने बयान में कहा कि अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच खेलते हुए मुझे विश्वास है कि अफगानिस्तान के खिलाड़ी भावनाओं में नहीं बहेंगे फिर चाहे उन्होंने आईसीसी इंटर कॉन्टिनेंटल कप को 2 बार क्यों ना जीता हो.

अफगानिस्तान टीम के कोच के लिए अपने खिलाड़ियों को सबसे जरुरी बात ये समझानी होगी कि चार दिन के मैच खेलने और एक टेस्ट मैच खेलने में काफी अंतर होता है. सिमंस अपनी तरफ से सारे प्रयास कर रहे है, खिलाड़ियों को वहां के हालात समझाने में और उन्हें किस तरह की तकनीक के साथ क्रिकेट के इस लम्बे प्रारूप में खेलना होगा.

फिल सिमंस का बयान जिसे न्यूज़ 18 में छपा था उसमें उन्होंने कहा कि “अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैच को खेलने के बाद सभी खिलाड़ियों को इस बात का अंदाज़ा हो जायेगा कि उन्हें अपने खेल का स्तर कितना अधिक सुधारना होगा क्रिकेट के इस लम्बे प्रारूप में बने रहने के लिए.

इसके अलावा सिमंस ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में किस तरह से अफगानिस्तान के खिलाड़ियों को अपनी भावनओं को काबू में रखना में उसके बारे में बोला कि “भावनाएं काफी उपर होंगी जिस समय वह बेंगलौर में पहुंचेंगे लेकिन मुझे ऐसा लगता है वह इसे संभाल लेंगे. हमने ऐसा पिछले 5 से 6 सालों में देखा है कि सभी खिलाड़ियों ने खुद को अच्छे से संभाला है फिर चाहे वह कोई भी फॉर्मेट क्यों ना हो .”

व्रत रखना बेहद मुश्किल

जहाँ एक तरफ अफगानिस्तान की टीम इस टेस्ट मैच के लिए अपनी तैयारी कर रही है वहीँ रमजान के पवित्र महीने में व्रत भी रख रहे है. वेस्टइंडीज के पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि व्रत रखना बेहद कठिन काम है लेकिन हमें सभी की रिस्पेक्ट करनी चाहिए.

“मैं टीम के साथ पिछले साल जुडा हूँ मैंने भी कुछ व्रत रखे है टीम के साथ मैं इसे समझ सकता हूँ कि यह कितना मुश्किल भरा होता है. ऐसा पहली बार नहीं है कि टीम को रमजान के महीने में खेलना पड़ रहा ही यह उनका निजी फैसला है और हमें इसकी रिस्पेक्ट करनी चाहिए.”

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