इंग्लैंड और भारत के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू होने में अब 24 घंटों से भी कम समय बचा है। दोनों टीमें 4 अगस्त से सीरीज का पहला टेस्ट मैच नॉटिंघम के मैदान पर खेलेंगी और इसी के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे संस्करण की शुरुआत भी हो जाएगी। भारतीय टीम इस सीरीज में न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण के फाइनल मैच में मिली हार को भुलाकर उतरना चाहेगी।
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इस टेस्ट सीरीज में खिलाड़ियों और दोनों टीमों के प्रदर्शन के अलावा पिच के बर्ताव को लेकर भी सभी का ध्यान रहने वाला है। यदि हम थोड़ा सा पीछे की तरफ जाएं तो इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड की टीम के भारत दौरे के दौरान स्पिन को मदद देने वाली पिचों को लेकर काफी चर्चा देखने को मिली थी। इंग्लैंड की टीम के खिलाड़ी इन पिचों पर लगातार संघर्ष करते हुए दिखाई दिए थे और कई विशेषज्ञों ने पिच की आलोचना भी की थी। अब इंग्लैंड के पास अपने घरेलू हालात का लाभ उठाने का पूरा मौका है और वह ग्रीन टॉप विकेट देने की कोशिश करेगा।
भारत ने अपने घरेलू हालात का लाभ उठाया: जेम्स एंडरसन
टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले इंग्लैंड टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने अपने एक बयान में कहा कि भारतीय टीम को ग्रीन टॉप विकेट की शिकायत करने का कोई हक नहीं है। एंडरसन ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत को किसी तरह की शिकायत पिच को लेकर होगी। यदि हम पिच पर थोड़ी घास छोड़ते हैं तो उससे किसी को अधिक फर्क नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि हम भी भारत दौरे पर एक अलग तरह की पिच पर खेलकर आए हैं।
भारतीय टीम ने अपने फायदे के लिए घरेलू हालात का लाभ उठाया और ऐसा विश्व में कई टीमें करती हैं। यदि पिच पर थोड़ी घास भी रहती है तो भारत के पास अच्छा तेज गेंदबाजी आक्रमण है और आप अभी पिच को लेकर किसी तरह का अनुमान नहीं लगा सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि हमें ऐसी पिच मिलेगी जिस पर गति और उछाल अच्छा होगा।
एंडरसन, जो मौजूदा समय में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में चौथे नंबर पर मौजूद हैं, भारतीय बल्लेबाजों के लिए इस टेस्ट सीरीज में सबसे बड़ा खतरा हैं।