‘भारत 10-15 वर्षों में….’: Neeraj Chopra की तारीफ करते हुए Sunil Gavaskar ने की बड़ी भविष्यवाणी

नीरज चोपड़ा हाल ही में एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने।

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Sunil Gavaskar and Neeraj Chopra. (Image Source: Twitter)

महान क्रिकेटर Sunil Gavaskar ने जावेलियन स्टार Neeraj Chopra, शतरंज के प्रतिभाशाली आर प्रगनानंद और बैडमिंटन स्टार एचएस प्रणय की ऐतिहासिक जीत की सराहना करते हुए कहा कि भारत अगले 10-15 वर्षों में एक ‘स्पोर्टिंग नेशन’ के रूप में उभरेगा।

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आपको बता दें, नीरज चोपड़ा हाल ही में एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बने, जबकि आर प्रगनानंद ने पिछले हफ्ते 18 साल की उम्र में वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचकर इतिहास रचा था। वहीं दूसरी ओर, एचएस प्रणॉय ने दुनिया के नंबर 1 विक्टर एक्सेलसन को हराकर वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।

Sunil Gavaskar ने Neeraj Chopra की जमकर तारीफ की

सुनील गावस्कर ने PTI के हवाले से कहा: “पहले कुछ ही खेलों के बारे में बात की जाती थी, और मीडिया कवरेज भी सिर्फ उन्हीं के लिए होता था। अब सभी खेलों को एक आउटलेट और एक्सपोजर मिल रहा है, जिस कारण हमें सितारों का उदय देखने को मिल रहा है। मुझे याद है जब नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था, तब भारत-इंग्लैंड सीरीज चल रही थी।

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मैं उस समय इंग्लैंड में था और मुझे एक गाना गाने के लिए कहा गया- ‘मेरे देश की धरती सोना उगले…’ कल, मुझे उसी तरह का अनुभव हुआ। नीरज चोपड़ा ने दो साल पहले ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था, और फिर पिछले साल रजत पदक जीता, और अब एक बार फिर उन्होंने लंबे थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता। वहीं, बैडमिंटन वर्ल्ड्स में प्रणॉय सेमीफाइनल तक पहुंचे और उन्होंने विक्टर एक्सेलसेन को हराया। देखा जाए तो भारतीय खिलाड़ियों को इस समय शानदार एक्सपोजर मिल रहा है। यदि आप अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया को स्पोर्टिंग नेशन के रूप में देखते हैं, तो मुझे लगता है कि भारत भी अगले 10-15 वर्षों में इसी श्रेणी में होगा।

‘प्रग्गनानंद आगे चलकर वह कई खिताब जीत सकते हैं’

अगले 10-15 वर्षों में लोग हमारे देश को भी एक स्पोर्टिंग नेशन के रूप में देखेंगे। इससे अन्य एथलीटों को प्रेरणा मिलती है। इस वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिर्फ नीरज ही नहीं थे, फाइनल में हमारे तीन थ्रोअर थे। जब एक एथलीट अच्छा प्रदर्शन करता है, तो इससे दूसरों को भी खेल को अपनाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है। यह एक खुशी का पल था। प्रग्गनानंद उपविजेता रहे। वह अभी सिर्फ 18 साल के हैं, आगे चलकर वह कई खिताब जीत सकते हैं।”

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