पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने मैनचेस्टर टेस्ट मैच को रद्द करने के फैसले को बताया सही - क्रिकट्रैकर हिंदी

पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने मैनचेस्टर टेस्ट मैच को रद्द करने के फैसले को बताया सही

भारतीय टीम ने कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए मैनचेस्टर टेस्ट मैच में खेलने से मना कर दिया।

Indian cricket team. (Photo by Adam Davy/PA Images via Getty Images)
Indian cricket team. (Photo by Adam Davy/PA Images via Getty Images)

इंग्लैंड और भारत के बीच खेली जा रही 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मैच को भारतीय टीम के कैंप में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद मैच की सुबह इसे रद्द करने का फैसला लिया गया। जैसे ही मैच को रद्द करने की खबर सामने आई तो यह भी कहा जाने लगा कि भारतीय टीम के खिलाड़ी इस टेस्ट मैच को लेकर पूरी तरह से तैयार नहीं थे और वह मैदान में नहीं उतरना चाहते थे।

अब इसी पूरे मामले पर पूर्व पाकिस्तानी कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी इंंजमाम उल हक ने भी मैच को रद्द किए जाने के पैसले को सही बताया है। इंजमाम ने कहा कि भारतीय टीम के खिलाड़ियों का मैनचेस्टर टेस्ट मैच में ना खेलने का फैसला पूरी तरह से सही था क्योंकि वह अपनी फीजियो के बेहद नजदीकी संपर्क में थे।

वहीं इस संक्रमण में 3 से 4 दिन के बाद असर दिखता है तो ऐसी स्थिति में भारतीय टीम के साथ इंग्लैंड के खिलाड़ियों के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो सकती थी। वहीं इंजमाम ने भारतीय टीम के इस सीरीज में प्रदर्शन को लेकर सराहना कि जिसमें उन्होंने ओवल टेस्ट जीत का खास तौर पर जिक्र किया, जहां पर टीम के साथ मुख्य कोच रवि शास्त्री भी नहीं थे।

इंजमाम उल हक ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस सीरीज को लेकर कहा कि, ये काफी दुर्भाग्यूर्ण है कि इंग्लैंड और भारत के बीच मैनचेस्टर टेस्ट मैच कोरोना वायरस की वजह से नहीं हो पाया। ये काफी बेहतरीन सीरीज थी लेकिन अगर भारतीय टीम के नजरिए से देखें तो वे बिना अपने कोच और सपोर्ट स्टाफ के खेल रहे थे। हालांकि मैदान में उन्होंने बेहतरीन जज्बा दिखाया।

फिजियो के बिना खेलना बेहद मुश्किल

पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने इस दौरान भारतीय टीम के फीजियो के संक्रमित होने पर भी कहा कि किसी भी टीम के लिए मैच के दौरान अपने फीजियो के बिना खेलना बेहद मुश्किल काम है। इंजमाम ने कहा कि, अब उनके असिस्टेंट फिजियो भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं और इससे खिलाड़ियों को कोरोना होने का डर था। क्योंकि फिजियो उनको ट्रेनिंग करवा रहे थे।

भले ही खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई हो लेकिन अक्सर कोरोना संक्रमण के लक्षण 2-3 दिनों में ही दिखने शुरू होते हैं। बिना सपोर्ट स्टाफ के खेलना काफी मुश्किल होता है। जब आपको थोड़ी इंजरी होती है तो फिर फिजियो या ट्रेनर की जरूरत होती है।

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