राजस्थान रॉयल्स से मिली हार के बाद विराट कोहली ने इस वजह को बताया हार का सबसे बड़ा कारण

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Virat Kohli plays a shot. (Photo Source: Twitter)

इंडियन प्रीमियर लीग के इस सीजन का आज 11 वां मैच रॉयल चेलेंजर्स बेंगलौर और राजस्थान रॉयल्स के बीच में खेला गया जिसमें राजस्थान रॉयल्स ने आरसीबी को को उसी के होम ग्राउंड पर 19 रन से हराकर इस सीजन में अपनी दूसरी जीत को दर्ज किया.

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राजस्थान रॉयल्स की टीम को इस मैच में पहले बल्लेबाज़ी करने का न्यौता मिला था जिसके बाद पहले 2 मैच की तरह इस मैच में टीम के ओपनिंग बल्लबाजो ने गलती नहीं की और टीम को एक अच्छी शुरुआत देने का काम किया जिसमें कप्तान अजिंक्य रहाणे ने अहम रोल अदा किया जिस कारण टीम ने भले ही पहले 6 ओवर का खेल खत्म होने तक 2 विकेट खो दिए हो लेकिन 52 रन स्कोरबोर्ड पर लग चुके थे.

संजू सैमसन जिन्होंने इस मैच में राजस्थान रॉयल्स टीम के लिए जीत में सबसे अहम योगदान दिया उन्होंने पहले 2 विकेट गिरने के बाद एक छोर पर खुद को जमा लिए और फिर उसके बाद आरसीबी के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करना शुरू किया और इसके बाद उन्होंने इस मैच में 92 रन की नाबाद पारी में 10 छक्के लगाकर टीम के स्कोर को 217 रन पर पहुंचा दिया.

आरसीबी की टीम जब इस मैच में राजस्थान रॉयल्स टीम के स्कोर का पीछा करने के लिए उतरी तो इतने बड़े स्कोर के आगे टीम के बल्लेबाजों का दबाव में आना लाजिमी बात है और हुआ भी ऐसा ही सिर्फ कप्तान विराट कोहली ने ही कुछ देर टिक कर 57 रन की छोटी पारी खेली लेकिन इसके बावजूद कोई भी अन्य बल्लेबाज इस मैच में प्रभावित करने में नाकाम रहा और 20 ओवर का खेल खत्म होने तक आरसीबी इस मैच में सिर्फ 198 रन ही बना सकी और इस मैच को 19 रन से हर गयीं.

10 ओवर में 140 रन देना और हम यहीं से मैच हार गयें

इस मैच में आरसीबी की हार के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि “हमें पता है कि हमने इस मैच में कहाँ पर गलती की है. 10 ओवर में 70 रन होने के बाद अगले 10 में 140 रन दे देना ये किसी भी टीम के लिए अच्छा नहीं है. ये विकेट भी कुछ धीमा हो गया था इससे पहले हमने जब इस पर खेला था. यदि इस मैच में हमें 20 रन कम बनाने होते तो हमें काफी अच्छा लगता लेकिन हाँ मैंने ऐसा मैच पहले कभी नहीं देखा जहाँ पर चार बल्लेबाज इस तरह की हाफ ट्रेकर पर आउट हो गयें हो.”

“अभी भी टीम का आत्मविश्वास काफी अच्छा है यहाँ तक की जब हमें 5 ओवर में 85 रन चाहिए थे तब भी हमें विश्वास था कि हम इस मैच को जीत सकते है और यही मानसिकता ओउरी टीम कि भी थी. हमने 10 ओवर में 100 रन बना लिए थे और हमें इस बात का विश्वास था कि हम इस स्कोर को पा सकते थे यदि हम अगली 6 गेंद में 2 वीकेट नहीं खोते और यहीं से सारी चीजें बदल गयीं और इसके लिए मैं कोई कारण नहीं बनाना चाहता हूँ. पहले मैच में भी हम अच्छी स्थिति में थे और आज भी कि हम मैच को जीत सकते थे.”

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