इस बार आईपीएल में अंपायर इस निर्णय को लेने के लिए दिखायेंगे ये नया सिग्नल

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IPL strategic time-out. (Photo Source: Twitter)

आईपीएल के इतिहास में पहली बार डीआरएस का इस्तेमाल होने जा रहा है. आईपीएल में इसका इस्तेमाल आज से पहले कभी नही हुआ है. लेकिन आईपीएल सीजन 11 से इसे शामिल कर लिया गया है. लेकिन इसके लागू होने से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सामने एक समस्या खड़ी हो गया था कि डीआरएस का इशारा वैसा ही होगा जैसा आईपीएल में स्ट्रैटेजिक टाइम आउट का है. वहीं डीआरएस के  लिए भी अंपायर टी का सिम्बोल हांथ से बनाना होता है और स्टेटिक टाइम आउट के लिए एंपायर को यही करना होता है

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लेकिन बीसीसीआई ने अब स्टेटिक टाइमआउट का सिंबल बदल दिया है अब अंपायर को हाथ से टी बनाने की आवश्यकता नहीं है बल्कि वह हाथ उठाकर घड़ी की ओर देखेंगे करेंगे इसलिए अगली बार जब मैच में एंपायर को ऐसा करते देखे तो आप समझ जाए कि अंपायर ने स्टेटिक टाइम आउट का इशारा किया है वहीं पिछली बार की तरह ही एक टीम इसे पूरे मैच में 4 बार और एक पारी में इसे 2 बार इस्तेमाल किया जा सकेगा साथ ही इसका इस्तेमाल गेंदबाजी टीम छठे से नौंवे ओवर में कर सकेंगे और बलेबाजी टीम इसे तेरहवे से सोलहवे ओवर में ले सकेंगी.

बताते चले कि सभी रेफरीयों और अंपायरों को इस नए नियम की जानकारी दे दी गई है. ताकि भविष्य में होने वाली परेशानियों से बचा जा सके.इस बीच खेल के पूरे समय में कुल चार सामरिक समय-बहिष्कार होंगे. प्रत्येक को 2 मिनट और 30 सेकेंड के लिए स्लॉट किया जाएगा और एक पाटन के दौरान दो बार लिया जा सकता है- एक फ़ील्डिंग यूनिट और दूसरा बल्लेबाजी टीम द्वारा गेंदबाजी पक्ष छठे और नौवें ओवर के बीच इसे पूछ सकता है जबकि बल्लेबाजी इकाई इसे 13 से 16 ओवरों के बीच चुन सकती है.

इसके साथ ही आईपीएल में जीत के साथ आगाज करने को बेताब दो दिग्गज नेतृत्व वाली टीम मुम्बई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग कि टीम 7 अप्रैल को शाम को आईपीएल की पहली मैच खेलने के लिए पूरी तरह तैयार है.

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