वानखेड़े स्टेडियम में दर्शकों से इकठ्ठा हुए सिक्को का आखिर क्या किया जाता है
अद्यतन - मई 30, 2018 8:58 अपराह्न

भारत में किसी भी क्रिकेट मैदान में जब भी मैच खेला जाता है तो वहाँ की सुरक्षा काफी कड़ी कर दी जाती है पिछले कुछ सालों में इसमें काफी सारे बदलाव किये गयें है. क्योंकि ईडन गार्डन्स पर हुयीं घटना और बाराबती स्टेडियम में जब भारतीय टीम खेलने के लिए गयीं थी तो वहां पर मौजूद दर्शकों के व्यवहार की वजह सभी को शर्मिंदा होना पड़ा था. इन सभी कारणों की वजह से फैन्स को मैच के दौरान काफी सारी चीजें स्टेडियम के अंदर ले जाने पर साफ़ तौर पर रोक लगा दी गयीं है जिससे वह खिलाड़ियों को चोट पहुंचा सकते हों और ईसी में सिक्के भी शामिल है.
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में एक बॉक्स बनाकर रखा हुआ जहाँ पर फैन्स यदि मैच देखने के दौरान सिक्के अपने साथ लाते है तो वह सभी सिक्के इन बॉक्स में डाल सके और उसके बाद ही अंदर मैच देखने के लिए जा सकते है. काफी सारे लोगों ने इस बात को लेकर आरोप भो लगाया है कि उनके पैसे को लूटा जा रहा है.
एमसीए दान दे देती है पैसे
मुंबई क्रिकेट संघ ने इन सिक्को से जुडी जानकरी के बारे में बताया कि वह इसका क्या करते है जो मिड डे में छपी खबर के अनुसार वह इन्हें दान में दे देती है पास के ही एक मंदिर में . एमसीए के ऑफिशियल ने इस खबर की पुष्टि करी की वह इन सिक्को का कुछ भी उपयोग नहीं करते यहाँ तक की वह बॉक्स को खोलते तक नहीं है.
“हम बॉक्स को खोलते भी नहीं है जिनमें सिक्के जमा होते है. हर मैच के बाद हम उसे पास के मंदिर में दान दे देते है. हम इन पैसों के साथ किसी भी तरह का कोई बिजनेस नहीं चला रहे है क्योकि हम कोई चिंता नहीं खड़ी करना चाहते है और इस वजह से सबसे सही रास्ता दान में दे देना है.”
एक मैच के दौरान कम से कम 2000 सिक्के जमा हो जाते है. इसके अलावा पॉवर बैंक, हेडफोन, बैग और पेन भी स्टेडियम के अंदर लेकर जाना साफ़ तौर पर मना है. काफी सारे स्टेडियम में लाकर रूम फैन्स को मिल जाते है जहाँ पर फैन्स मामूली सी रकम देकर अपने सामान को वहां पर रख सकते है.