हार्दिक और केएल राहुल पर फ्रेंचाइजियों ने बीसीसीआई से कहा, हमे सज़ा मत दो
अद्यतन - जनवरी 17, 2019 6:26 अपराह्न
सुप्रीम कोर्ट ने हार्दिक पांड्या और केएल राहुल मामले में एक हफ्ते सुनवाई करने का फैसला किया है। किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियंस को उम्मीद है कि इन दोनों खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने में बाधा नहीं आएगी। किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट इन दोनों की उपलब्धता के बारे निश्ंचित है। माना जा रहा है कि उन्होंने बीसीसीआई को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि वे इन दोनों खिलाड़ियों को खोने का जोखिम नहीं उठा सकते।
प्राप्त खबरों के अनुसार, इनमें से एक फ्रेंचाइजी से जुडे एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट कहा कि वह खिलाड़ियों के विचार से किसी भी तरह सहमत नहीं है पर इन्हें आईपीएल के दौरान खोने की स्थिति में भी नहीं है। अभी तक, खिलाड़ियों के लिए सजा के बारे में कोई फैसला नहीं हो सका है क्योंकि सीओए और बीसीसीआई इस मामले से निपटने के बारे में अनिश्चित हैं। हालांकि इन दोनों खिलाड़ियों को निकट भविष्य में कुछ मैचों से हाथ धोना पड़ सकता है।
केंद्रीय अनुबंध में डिमोट करने की सलाह : ऐसा लगता है कि फ्रेंचाइजी केएल राहुल और हार्दिक पंड्या के करियर के बारे में वित्तीय रूप से परवाह नहीं कर रहे थे क्योंकि उनका मानना था कि खिलाड़ियों को उनकी अनुबंध श्रेणी में डिमोट किया जा सकता है। लेकिन इससे आगामी आईपीएल सीजन में उनकी उपलब्धता प्रभावित नहीं होना चाहिए।
फ्रेंचाइजी ने का कि बोर्ड या सीओए पांड्या और राहुल के अनुबंध की श्रेणी बदलकर उन्हें दंडित कर सकते हैं। लेकिन हमें सजा क्यों? हमें दोषी खिलाड़ियों से कोई सहानुभूति नहीं है। यह पूरी तरह से प्रोफेशनल कॉल है। एक बार यह खिलाड़ी टीम में आ गए तो हमें पता है कि उनसे किस तरह डील करना है।
इस मामले में अभी तक बीसीसीआई ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। आईपीएल 2019 23 मार्च से शुरू हो रहा है। ऐसे में अगर इन खिलाड़ियों पर किसी तरह का प्रतिबंध लगता है तो उन्हें इस टूर्नामेंट के कुछ मैच से वंचित होना पड़ सकता है।