कानपुर टेस्ट की दोनों पारियों में एक ही अंदाज में आउट होने के बाद शुभमन गिल की तकनीक पर सवालिया निशान होने लगे हैं। पहले पारी में अर्धशतक बनाने के बाद वह जेमिसन की गेंद पर बोल्ड हुए थे वहीं दूसरी पारी में वह महज एक रन बनाकर उसी अंदाज में वह आउट हुए। जिसके बाद कई पूर्व खिलाड़ियों ने गिल को सुझाव दिया है कि उन्हें अब अपने तकनीक पर काम करने की जरूरत है।
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इसी बीच पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान ने शुभमन गिल की तकनीक को लेकर बात की है। स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान पठान ने कहा कि, “उनके हाथ राउंड अबाउट में आता है, खासकर आगे फेंकी गई गेंद के खिलाफ। अगर वह उस पर काम करता है, तो उसके पास काफी क्षमता है। यहां उनके दोनों पैर एक ही जगह पर रहे और जब तक बल्ला नीचे आया तब तक काफी देर हो चुकी थी।”
उन्होंने आगे कहा कि, “यह बिल्कुल भी आसान नहीं है। जब लाइट्स चालू रहती है, तो गेंद स्विंग करती है, और आप जानते हैं कि आपको वापस जाना है, आउट नहीं होना है। सलामी बल्लेबाज आमतौर पर वापस जाने के दबाव के कारण आउट हो जाते हैं। लेकिन शुभमन गिल को अपनी तकनीक पर जरूर काम करना होगा।”
शुभमन गिल की तकनीक पर आकाश चोपड़ा की राय
इसी बीच पठान के सह पैनलिस्ट आकाश चोपड़ा ने कहा कि गिल की तकनीक उन्हें भारत के मध्यक्रम में शीर्ष क्रम से बेहतर विकल्प बनाती है। चोपड़ा ने कहा कि, “जब भी मैं उसे खेलते हुए देखता हूं, तो वह मेरे लिए एक टेस्ट ओपनर की तरह नहीं दिखता है। वह जिस तरह से लाइन के अंदर खेलता है, उसका बाहरी किनारा और अंदर का किनारा दोनों उजागर होते हैं।
गिल को सुधार के लिए सुझाव देते हुए चोपड़ा ने कहा कि, “मेरी राय में वह मध्यक्रम के बल्लेबाज हैं और उन्हें ओपनिंग के लिए बनाया गया है। उन्होंने एक सलामी बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उनका असली रंग और रूप तब देखा जाएगा जब वह मध्य क्रम में बल्लेबाजी करेंगे।”