विश्व कप में रवीन्द्र जडेजा और विजय शंकर में कौन रहेगा अधिक फायदेमंद,सेलेक्टरो में चल रही है कशमकश
अद्यतन - मार्च 5, 2019 12:35 अपराह्न
विश्व कप जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है। वैसे-वैसे भारतीय टीम के गठन की चिंता सेलेक्टरों को सता रही है। विश्व कप में इस बार परचम फहराने वाली टीम को उतारने के लिए चयनकर्ता एड़ी-चोटी का जोर लगाये हुए हैं। उनका यही प्रयास है कि टीम में किसी तरह की कोई कमी न रह जाए। अभी चाहे जितना खिलाड़ियों पर मंथन कर लो बाद में कोई गुंजाइश न रह जाए।
क्या अंतर है विजय शंकर और रवीन्द्र जडेजा में
भारतीय आलराउंडर विजय शंकर और रवीन्द्र जडेजा में काफी अंतर है। मूल अंतर यह है कि विजय शंकर तेज गेंदबाज और हिटर बल्लेबाज है जबकि रवीन्द्र जडेजा स्पिनर हैं और कामचलाऊ बल्लेबाज हैं तथा फील्डर बहुत अच्छे हैं। एक स्पिनर और एक तेज गेंदबाज के साथ ही एक रन बनाने वाला है तो एक रन बचाने वाला है। दोनों का मामला बहुत करीब है। इसलिए इनके भाग्य का फैसला इतनी जल्दी नहीं हो सकता।
क्या चाहते हैं सेलेक्टर
इंडियन एक्सप्रेस मेंं प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार यह अनुमान लगाया जा रहा है कि चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद तथा अन्य सेलेक्टर्स यही चाहते हैं कि वर्तमान समय में चल रही भारत और आस्ट्रेलिया की सीरीज में दोनों अच्छा प्रदर्शन करें और इसके बाद इनका आंकलन करके विश्व कप के लिए टीम के चयन में इनके नाम को अंतिम रूप दिया जा सके।
हार्दिक पांड्या के घायल होने से मिला जडेजा का अवसर
भारत और आॅस्ट्रेलिया सीरीज से पहले पीठ में चोट लगने के कारण हार्दिक पांड्या फिलहाल टीम से बाहर चल रहे हैं। इसकी वजह से रवीन्द्र जडेजा को प्रदर्शन करने का मौका दिया गया है। पहले वनडे मैच में जडेजा ने अच्छा प्रदर्शन भी किया था। अब दोनों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी, उसके बाद ही कोई फैसला लिया जा सकता है। यही स्थिति विजय शंकर की है। उन्हें भी मौका देकर परखा जा रहा है।
इन खिलाड़ियों का तो इंग्लैंड का सफर है पक्का
जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी ऐसे तीन तेज गेंदबाज हैं जिनका विश्व कप के लिए इंंग्लैंड का सफर पक्का माना जा रहा है। वहीं हार्दिक पांड्या का टिकट भी पक्का ही है। अब केवल जडेजा और विजय शंकर के बीच एक ही प्वाइंट पर चर्चा होनी बाकी है कि टीम को रन बचाने वाला एथलेटिक पृष्ठभूमि वाला खिलाड़ी चाहिये या टीम को रन बनाने वाला खिलाड़ी चाहिये।
दो स्पिनर है भारत के प्रदर्शन की रीढ़ की हड्डी
कलाई के स्पिनर चहल और कुलदीप यादव पिछले दो साल से भारतीय टीम की रीढ़ की हड्डी बने हुए हैं। इनका प्रदर्शन इतना अच्छा है कि रवीन्द्र जडेजा और अश्विन की वापसी नहीं हो सकी है। इन दोनों युवा खिलाड़ियों को विकेट लेने में महारथ हासिल है। इन्होंने अब तक देश-विदेश में ऐसा करके दिखाया है। चयनकर्ता इन पर अब आंख मूंद कर पूरा विश्वास कर रहे हैं।