‘वह काफी दुखी करने वाला पल था’, झूलन गोस्वामी ने 2017 वर्ल्ड कप फाइनल में मिली हार का किया जिक्र

झूलन गोस्वामी ने 2017 वर्ल्ड कप फाइनल हार को अपने क्रिकेट करियर का सबसे दुखद क्षण बताया।

Advertisement

Jhulan Goswami. (Photo by Albert Perez/Getty Images)

भारतीय महिला क्रिकेट टीम अभी तक वर्ल्ड कप (World Cup) का खिताब नहीं जीत पाई है। हालांकि, वह दो बार फाइनल में पहुंच चुकी है। इन दोनों खिताबी मुकाबले के दौरान पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी टीम का हिस्सा थीं। उन्होंने 2017 वर्ल्ड कप फाइनल हार को अपने क्रिकेट करियर का सबसे दुखद क्षण बताया। पूर्व तेज गेंदबाज ने अंजुम चोपड़ा के साथ बातचीत में 2005 और 2017 की टीमों के बीच अंतर के बारे में भी बातचीत की।

Advertisement
Advertisement

झूलन गोस्वामी ने अंजुल चोपड़ा के यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, नहीं, इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता था। याद कीजिए 2001, हम एक मैच देखने के लिए इंग्लैंड गए थे। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं लॉर्ड्स के उस मैदान पर खेलने जा रहीं हूं। हम दोनों ने पहली बार 2006 में लॉर्ड्स में खेला था।

2017 में हमारे पास एक बेहतरीन मौका था- झूलन गोस्वामी

उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, 2017 में हमारे लिए एक बेहतरीन मौका था। उस वर्ल्ड कप में हमने एक टीम के तौर पर अच्छा खेला, लेकिन दुर्भाग्य से फाइनल में आखिरी समय पर हम चूक गए और वह पल काफी दुखदायी था।

झूलन ने 2017 विश्व कप के दौरान मिताली राज की नेतृत्व वाली भारतीय टीम के मोटिवेशन कारक के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि, 2005 में क्वालिटी प्लेयर थे और उनके साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का अनुभव शानदार था। 2017 अलग था, क्वालिटी कम थी, लेकिन जुनून बहुत था कि हमें महिला क्रिकेट के लिए यह वर्ल्ड कप जीतना है।

आपको बता दें कि झूलन गोस्वामी ने 2022 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया। वह महिला वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं। उन्होंने 204 वनडे मैचों में 255 विकेट लिए हैं। इसके अलावा, दाएं-हाथ की तेज गेंदबाज ने 68 टी-20 अंतरराष्ट्रीय और 12 टेस्ट मैचों में क्रमशः 56 और 44 विकेट चटकाएं।

ये भी पढ़ें- उन्होंने मुझे खेलने के मामले में बहुत आजादी है- टीम इंडिया के हेड कोच को लेकर यास्तिका भाटिया का बयान

Advertisement