इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच लॉर्ड्स के मैदान में खेले गए दूसरे एशेज टेस्ट में जॉनी बेयरस्टो के विवादित आउट का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। आए दिन इसको लेकर बहस चल रही है। इसी कड़ी में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कंगारू टीम का बचाव करते हुए कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने नियमों और अधिकारों के तहत ही काम किया।
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दरअसल, लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड द्वारा 371 रनों के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान पांचवें दिन जॉनी बेयरस्टो 52वें ओवर में कैमरून ग्रीन के बाउंसर को छोड़ने के बाद गेंद के बिना डेड हुए ही क्रीज से बाहर निकल गए और एलेक्स कैरी ने मौके का फायदा उठाते हुए उन्हें रन आउट कर दिया। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की अपील पर ऑन फील्ड अंपायरों ने थर्ड अंपायर की मदद ली।
थर्ड अंपायर ने बेयरस्टो को आउट करार दिया, जिसके बाद अंग्रेज टीम काफी नाराज हुई। इस विवादित रन आउट के बाद काफी बवाल मचा और कई विशेषज्ञों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
यह जॉनी बेयरस्टो की गलती थी- रिकी पोंटिंग
डेली मेल के लिए नासिर हुसैन के साथ एक इंटरव्यू में पोंटिंग ने अपील वापस न लेने के ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस के फैसले को स्वीकार करते हुए कहा, मैंने इसे पैट (कमिंस) के लिए एक टेस्ट के रूप में देखा। उन्हें अपील वापस लेने की कोई जरूरत नहीं थी। यह जॉनी बेयरस्टो की गलती थी और उन्होंने अपना विकेट गंवाकर इसकी कीमत चुकाई।
एजबेस्टन में ऑस्ट्रेलिया के टैक्टिकल एप्रोच के बारे में बात करते हुए पोंटिंग ने कहा, ऑस्ट्रेलिया ने जिस तरह से अपनी रणनीति की शुरुआत की, उससे हम सभी हैरान थे। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है, लेकिन उनका सफर आसान नहीं रहा। खासकर बैजबॉल के शुरुआती टेस्ट मैच में।
अब हेडिंग्ले, लीड्स में गुरुवार 6 जुलाई से तीसरा एशेज टेस्ट शुरू होगा। तीसरा टेस्ट जीतकर ऑस्ट्रेलिया एशेज बरकरार रखने और 2001 के बाद इंग्लैंड में अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीत हासिल करना चाहेगी।