यह फैसला खिलाड़ियों को करना है कि उनको एक फॉर्मेट खेलना है या तीनों!: क्विंटन डी कॉक
खिलाड़ियों को बिना किसी से बात किए हुए खुद फैसला लेना चाहिए कि वो कितने प्रारूपों को खेलने की क्षमता रखते हैं। अगर उन्हें लगता है कि वो तीनों प्रारूप खेल सकते हैं तो मैं उनके लिए काफी खुश हूं: क्विंटन डी कॉक
दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने अब आगे आकर यह बयान दिया है कि मुख्य क्रिकेटरों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार सभी प्रारूपों को खेलना काफी मुश्किल हो रहा है। शायद यही वजह है कि क्विंटन डी कॉक ने पिछले साल दिसंबर महीने में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और अब वो अपनी टीम के लिए सिर्फ लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट के लिए ही उपलब्ध हैं।
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अभी हाल ही में इंग्लैंड के बेहतरीन ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने भी वनडे क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया है। बता दें, बेन स्टोक्स ने 2019 वर्ल्ड कप फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को कप जिताया था। स्टोक्स का भी यही मानना था कि वो अब तीनों प्रारूपों को खेलते हुए काफी थक गए हैं और लगातार क्रिकेट खेलने के लिए अब उनका शरीर साथ नहीं दे रहा है।
सभी खिलाड़ियों को एक-एक करके फैसला लेना चाहिए: क्विंटन डी कॉक
लीड्स वनडे मुकाबले के बाद रिपोर्टरों से बात करते हुए क्विंटन डिकॉक ने कहा कि, ‘ सभी खिलाड़ियों के लिए काफी मुश्किल होता जा रहा है तीनों प्रारूपों में ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट खेलना। हर साल एक टीम तीनों प्रारूपों में तमाम मुकाबले खेलती है और जितने भी मुख्य खिलाड़ी हैं उनको ज्यादा आराम नहीं दिया जाता है।
खिलाड़ियों को बिना किसी से बात किए हुए खुद फैसला लेना चाहिए कि वो कितने प्रारूपों को खेलने की क्षमता रखते हैं। अगर उन्हें लगता है कि वो तीनों प्रारूप खेल सकते हैं तो मैं उनके लिए काफी खुश हूं। लेकिन खिलाड़ियों का फैसला उन्हीं के हाथ में है। मैं जहां हूं काफी खुश हूं।
क्विंटन डी कॉक ने 54 टेस्ट मुकाबलों में 38.82 के औसत और 70.94 के स्ट्राइक रेट से 3300 रन बनाए हैं। उन्होंने 6 शतक और 22 अर्धशतक जड़े हैं। वहीं वनडे क्रिकेट में उन्होंने 132 मुकाबलों में 46.19 के औसत से 5774 रन बनाए हैं। उन्होंने टी-20 में 64 मुकाबलों में 33.27 के औसत से 1863 रन बनाए हैं।
24 जुलाई को इंग्लैंड के खिलाफ क्विंटन डी कॉक ने तीसरे और आखिरी वनडे मुकाबले में 92 रन की नाबाद पारी खेली थी। हालांकि बारिश की वजह से यह मुकाबला पूरा नहीं हो पाया था। इस मुकाबले में कुल 27.4 ओवर फेंकें गए जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 2 विकेट खोकर 159 बनाए। यह सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म हुई।