आपका राष्ट्रवाद कहां है? आप किस पाकिस्तान की बात कर रहे हैं? जावेद मियांदाद ने लगाई सवालों की झड़ी

पाकिस्तान को एशिया कप 2022 के सुपर फोर मुकाबले के साथ-साथ फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी।

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Ramiz Raja, Javed Miandad and Babar Azam (Image Source: Getty Images/Twitter)

आगामी आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप 2022 से पहले पाकिस्तान का एशिया कप 2022 में निराशाजनक प्रदर्शन पाकिस्तान के क्रिकेट बिरादरी के बीच चर्चा का विषय बन गया है, हर कोई पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम और टीम प्रबंधन की आलोचना कर रहा है।

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आपको बता दें, पाकिस्तान को एशिया कप 2022 के सुपर फोर मुकाबले के साथ-साथ फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ मुंह की खानी पड़ी, जिसके बाद अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम जमकर आलोचना का शिकार हो रही है।

इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने मेंटरशिप की भूमिका के लिए उनका ऑफर ठुकराने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को खरी-खोटी सुनाई है। पाकिस्तान के महान बल्लेबाज ने कहा कि पीसीबी (PCB) शुरू से ही अपने ही देश के दिग्गजों को अनदेखा करते आया है, जिसकी कीमत अब पाकिस्तान चुका रहा है।

जावेद मियांदाद ने पीसीबी (PCB) को लिया आड़े हाथों

जावेद मियांदाद ने क्रिकेट पाकिस्तान के हवाले से कहा: “मेरे जैसे लोग सचमुच में घर पर बैठे हैं, और अपने ज्ञान को जाया कर रहे हैं। मुझे व्यक्तिगत रूप से पीसीबी से कुछ भी नहीं चाहिए, लेकिन मेरा बस इतना कहना है कि पाकिस्तान के पास बहुत सारे महान क्रिकेटर हैं, आप उनका उपयोग करें! हमें पैसा नहीं चाहिए, हमें केवल पाकिस्तान क्रिकेट का विकास चाहिए। मैंने हमेशा पाकिस्तान को सबसे ऊपर और सबसे पहले रखा है। मुझे यकीन है कि हमारे खिलाड़ियों को टीम में मेरी मौजूदगी से फायदा होगा, मेरे पास अनुभव की कमी नहीं है। जिस तरह से हमारी टीम एशिया कप 2022 के फाइनल में श्रीलंका से हारी, देखकर बहुत दुख होता है।”

उन्होंने अंत में कहा: “यह वास्तव में बेहद शर्मनाक है। हमारे पास इतने सारे लोग हैं, आपका राष्ट्रवाद कहां है? जब आपको अपने दिग्गजों को मौका ही नहीं देना हैं, तो फिर आप किस पाकिस्तान की बात कर रहे हैं? अगर मैं पाकिस्तान क्रिकेट टीम की कोचिंग टीम का हिस्सा होता, तो मैं खिलाड़ियों से विकेट बचाए रखने और सही समय पर तेजी से खेलने के लिए कहता। मेरे पास अनुभव है। लेकिन ये बच्चे नहीं जानते, ये बस मैदान पर जाते ही मारना शुरू कर देते हैं। उन्हें नहीं पता कि किस गेंदबाज को कब हिट करना है, क्या दिक्कत है और कब विकेट पर टिके रहना है।”

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