कश्मीर प्रीमियर लीग पिछले कुछ समय से चर्चा का विषय बना हुआ है। जहां कुछ लोग इस लीग का समर्थन कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग भारत और पाकिस्तान के राजनीतिक हालात को देखते हुए पहले ही अपने पैर पीछे कर लिए हैं। इस बीच, पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर कामरान अकमल का मानना है कि भारत को इस लीग का समर्थन करना चाहिए।
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अकमल का मानना है कि खेल को हमेशा प्रोत्साहित करना चाहिए और केपीएल को सफल होने के लिए हमें उसका समर्थन करना चाहिए। इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने व्यक्तिगत कारणों से इस लीग से अपना नाम वापस ले लिया है, वहीं दक्षिण अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज हर्शल गिब्स ने यह दावा किया कि उन्हें इस लीग में भाग लेने के लिए बीसीसीआई ने धमकी दी है। इसी तनाव को देखते हुए पीसीबी ने एक बयान जारी किया जिस पर बीसीसीआई ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने जो किया, वो बिल्कुल सही था और देश के कानूनों के अंदर था।
अपने यूट्यूब चैनल पर खुल कर की बात
अकमल ने अपने यूटयूब चैनल पर केपीएल के बारे में बोलते हुए एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने कहा कि “मुजफ्फराबाद में केपीएल को इतने बड़े पैमाने पर करना कोई आसान काम नहीं था। इसके लिए कई परेशानियों और कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। मेरे हिसाब से जब खेल की बात आती है तो एक देश को दूसरे देश का साथ देना चाहिए। खेल हमें एक-दूसरे से एकजुट करती है।”
मोंटी पनेसर ने केपीएल में भाग ना लेने पर दी सफाई
इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने ट्वीट करते हुए यह स्पष्ट किया कि बीसीसीआई ने उन्हें कोई धमकी नहीं दी थी। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड और पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने उन्हें उद्घाटन समारोह में भाग ना लेने की हिदायत दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे राजनीतिक तनाव का भी जिक्र किया।
I have decided not to participate in the KPL because of the political tensions between India and Pakistan over kashmir issues. I don't want to be in the middle of this , it would make me feel uncomfortable. #KPL2021#Kashmir#india#Cricket#Pakistan#ENGvIND#TheHundred
उन्होंने कहा कि “मैंने कश्मीर मुद्दे को देखते हुए केपीएल में भाग नहीं लेने के फैसला किया है। मै इस तनाव के बीच नहीं रहना चाहता क्योंकि इससे मुझे असहज महसूस होगा।”