मुझे उस्मान ख्वाजा के ऊपर बहुत ही गर्व है: माइकल हसी

माइकल हसी ने कहा कि उन्हें इस बात से काफी खुशी है कि उस्मान ख्वाजा पीछे नहीं हटे और उन्होंने अपना पक्ष रखा।

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Michael Hussey (Photo Source: Twitter)

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी माइकल हसी ने उस्मान ख्वाजा की जमकर तारीफ की है और कहा है कि उन्हें इस बात से काफी गर्व है कि सलामी बल्लेबाज इसराइल और फिलीस्तीन के बीच चल रहे युद्ध के बारे में अपने विचारों के लिए खड़े हुए हैं।

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पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में उस्मान ख्वाजा ने यह फैसला लिया था कि वो अपने जूते पर ‘सभी लोग एक समान है’ का नारा लिखेंगे और इस जूते को पहनकर वो मैदान पर उतरेंगे। उन्होंने अपने जूते पर यह लिखा लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने इस चीज को लेकर उन्हें मना कर दिया कि वो यह जूते के साथ मैदान पर नहीं खेल सकते हैं। हालांकि ऑस्ट्रेलिया ही बल्लेबाज ने यही जूते पहने लेकिन उन्होंने ट्रांसपेरेंट टेप से इस संदेश को छुपा दिया।

यही नहीं बॉक्सिंग डे टेस्ट से पहले अभ्यास सत्र के दौरान भी उनके जूते पर Dove बना हुआ था। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी। माइकल हसी ने कहा कि उन्हें इस बात से काफी खुशी है कि उस्मान ख्वाजा पीछे नहीं हटे और उन्होंने अपना पक्ष रखा।

Stuff.co.nz के मुताबिक माइकल हसी ने कहा कि, ‘उस्मान ख्वाजा अपने विश्वासों, अपनी नैतिकता और अपने मूल्यों से बहुत भावुक है और वह अपनी बातों को रखने से डरते नहीं है। मुझे उन पर बहुत गर्व है। मुझे इस चीज के लिए काफी खुशी है कि उन्होंने जो कुछ भी किया सही किया। उन्हें आईसीसी के नियम का पालन करना चाहिए लेकिन वो सच के साथ खड़े है।’

हम उस्मान ख्वाजा का सपोर्ट करते हैं: निक हॉकले

चीफ एग्जीक्यूटिव निक हॉकले ने कहा कि, ‘पिछले एक हफ्ते में हम उस्मान के साथ वास्तव में रचनात्मक रूप से काम कर रहे हैं, वास्तव में एक ऐसा तरीका खोजने के लिए जो फिर से गैर-पक्षपातपूर्ण है। कबूतर का प्रतीक शांति का एक सार्वभौमिक रूप से मान्यता प्राप्त प्रतीक है।

आईसीसी के अपने नियम हैं और उन्हें लगता है कि उन्होंने अपने तर्क को स्पष्ट रूप से समझाया है और हम इसका सम्मान करते हैं। हम वास्तव में इस बारे में स्पष्ट हैं कि हम ख्वाजा और हमारे सभी खिलाड़ियों का समर्थन करते हैं ताकि वे वास्तव में साझा कर सकें कि वे अपने चैनलों पर क्या मानते हैं।’

 

 

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