IPL के 15वें सीजन यानी 2022 में कुल 10 टीमों इस लीग में खेलने के लिए उतरेंगी। BCCI ने दो नई टीमों के नाम की घोषणा 25 अक्टूबर को नीलामी के बाद की, जो लखनऊ और अहमदाबाद हैं। लेकिन दो नई टीमों को लेकर फिलहाल सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, जहां नई IPL टीम के मालिकों को लेकर विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इस मामले में IPL के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी ने BCCI पर निशाना साधा है।
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ललित मोदी वापस आए सुर्खियों में
ललित मोदी के बयान अब लीग और खुद BCCI की प्रतिष्ठा के लिए काफी खराब रहा है। ललित मोदी जो आईपीएल को शुरू करने के पीछे मुख्य लोगों में से माने जाते हैं, उनका भी विवादों से गहरा नाता रहा है और वह कई मौकों पर BCCI के कामों की निन्दा करते हुए नजर आए हैं। इससे पहले 2013 में इस लीग में स्पॉट फिक्सिंग का मामला भी देखने को मिला था, जिसके बाद दो सालों के लिए चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को बैन कर दिया गया था।
इस मामले को लेकर ललित मोदी ने BCCI को निशाना बनाते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “मुझे लगता है सट्टेबाजी कंपनियां आईपीएल टीम खरीद सकती हैं। जरूर यह एक नया नियम है। जाहिर है कि एक योग्य बोली लगाने वाला एक बड़ी सट्टेबाजी कंपनी का मालिक भी है। आगे क्या? क्या बीसीसीआई अपना होमवर्क नहीं करती है? ऐसे मामले में Anti-corruption क्या कर सकता है?”
यहां देखिये ललित मोदी का वह ट्वीट
i guess betting companies can buy a @ipl team. must be a new rule. apparently one qualified bidder also owns a big betting company. what next 😳😳😳 – does @BCCI not do there homework. what can Anti corruption do in such a case ? #cricket
काफी लंबे समय से यह कयास लगाए जा रहे थे कि अदाणी समूह और RPSG ग्रुप दो टीमों को खरीदने के लिए सबसे आगे हैं। हालांकि, नीलामी वाले दिन RPSG ने 7,090 करोड़ रुपए की भारी भरकम राशि खर्च करके लखनऊ की टीम को खरीदा, वहीं अहमदाबाद टीम को खरीदने के लिए CVC कैपिटल ने 5,625 करोड़ रुपए की बोली लगाई। वहीं, अदाणी ग्रुप ने 5,100 करोड़ रुपए की बोली लगाई।
रिपोर्ट के मुताबिक, CVC कैपिटल एक इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी फर्म है। उन्होंने सट्टेबाजी कम्पनियों सहित और भी कई कंपनियों में निवेश किए हैं। उन्होंने जर्मनी की जुआ कंपनी टिपिको में भारी मात्र में निवेश किया है। CVC कैपिटल IPL में पहली फ्रेंचाइजी है जो पूरी तरह से विदेशी निवेशक है। अब उम्मीद की जा रही है कि अगर CVC कैपिटल कंपनी उस टीम को नहीं खरीदते हैं तो अहमदाबाद की फ्रेंचाइजी अदाणी समूह को मिल सकती है।