शिखर धवन यानी गब्बर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले एकदिवसीय मुकाबले के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने में कामयाब हो गए हैं। लेकिन भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने उन्हें चेताया है कि इस मौके को हल्के में न लें।
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बता दे, धवन संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप 2021 का हिस्सा नहीं थे और हाल ही में समाप्त हुई विजय हजारे ट्रॉफी के अलावा उन्होंने कोई क्रिकेट नहीं खेला है। वह पिछले साल जुलाई में तीन मैचों की वनडे सीरीज और श्रीलंका में सीमित ओवरों की सीरीज में खेले थे।
हालांकि, क्रिकेटर से सांसद बने गंभीर ने कहा कि धवन को टीम कि प्लेइंग इलेवन में शामिल न करना एक बेवकूफी ही होगी, लेकिन साथ में यह भी कहा कि साउथ अफ्रीका दौरा उनके वनडे क्रिकेट करियर को उबारने का आखिरी मौका भी हो सकता है।
शिखर धवन के लिए दक्षिण अफ्रीका सीरीज अत्यंत महत्वपूर्ण
गौतम गंभीर शिखर धवन की सोशल मीडिया पर उपस्थिति से भी बहुत आकर्षित हैं। गंभीर ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया के लिए अपने कॉलम में लिखा कि, शिखर धवन सोशल मीडिया पर एक सनसनी हैं। उनके इंस्टाग्राम पर करीब 10 मिलियन फॉलोअर्स हैं, जो कि गुरुग्राम की आबादी से लगभग दस गुना अधिक है, जहां वह अब रहते हैं।
उनके इंस्टाग्राम हैंडल पर सभी के लिए कुछ न कुछ है। फिर चाहे वह फिटनेस वीडियो हो या फिर उनकी मां के साथ डांसिंग वीडियो, या डबस्मैश वीडियो। उन्होंने एक और खास वीडियो का भी जिक्र किया हैं जिसमे शायद धवन अपने गुरु के साथ बांसुरी बजा रहे हैं।
भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने धवन के बांसुरी नोटों की तुलना बाएं हाथ के कवर ड्राइव से की और उन्होंने कहा धवन की बांसुरी के सुर सुनना एक परम आनंद की बात है। उनके सभी नोट ठीक उसी तरह हैं जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाज के कवर ड्राइव पर उनके दाहिने कंधे पर बल्ला खत्म होता है। हालांकि, गंभीर ने उम्मीद जताई कि वह अपने खराब फॉर्म से दक्षिण अफ्रीका में वापसी करेंगे।
गंभीर ने कहा वह उन आलोचकों में से नहीं हैं जो कह रहे हैं भारतीय क्रिकेट को शिखर से आगे देखना चाहिए क्योंकि वह 36 के हो गए हैं। पर उन्होंने यह जरूर कहा कि धवन की बढ़ती उम्र और गिरते करियर ग्राफ को देखते हुए दक्षिण अफ्रीका दौरा उनके लिए अहम और आखिरी मौका साबित हो सकता है। इससे पहले विजय हजारे ट्रॉफी में उनका फ्लॉप रहना चिंता का विषय रहा था।