पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के सपोर्ट में सामने आई हैं। जब उन्हें पता चला कि सौरव बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने वाले हैं तो ममता सौरव के बचाव में आती दिख रही हैं।
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ममता बनर्जी ने 17 अक्टूबर सोमवार को कोलकाता एयरपोर्ट के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा “उसे (सौरव गांगुली) वंचित कर दिया गया है। उसकी गलती क्या है? मैं बहुत दुखी हूं। मैं वास्तव में स्तब्ध हूं। सौरव बहुत लोकप्रिय व्यक्ति हैं। वह भारतीय टीम के कप्तान थे। उन्होंने देश को बहुत कुछ दिया है। वह न केवल बंगाल के गौरव है बल्कि भारत के लिए लिए भी गौरवशाली व्यक्ति है। उन्हें इतने अनुचित तरीके से बाहर क्यों किया गया।’
ममता बनर्जी ने जय शाह पर उठाए सवाल
अब जबकि सौरव गांगुली BCCI अध्यक्ष पद छोड़ने के लिए तैयार हैं और उनकी जगह पूर्व विश्व कप विजेता खिलाड़ी रोजर बिन्नी इस पदभार को संभालते हुए दिख सकते हैं। वहीं जय शाह अभी भी बीसीसीआई सचिव के रूप में अपने पद पर बने रहेंगे।
इस बीच ममता ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, “अदालत ने सौरव गांगुली और जय शाह के लिए दूसरे कार्यकाल का रास्ता साफ कर दिया था। लेकिन पता नहीं क्यों, अमित शाह का बेटा (जय शाह) अपने पद पर बने हुए हैं। मेरे पास उनके खिलाफ कुछ भी नहीं है, लेकिन सौरव को बाहर क्यों निकाला गया?
जिस तरह से उन्हें निकाला जा रहा है उसका एकमात्र मुआवजा आईसीसी चुनाव है। पूर्व में अन्य कई लोग बीसीसीआई से आईसीसी गए हैं, मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि इसे प्रतिशोध या राजनीतिक रूप से न लें। क्रिकेट के लिए, खेल के लिए निर्णय लें।’
गौरतलब है कि हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई को अपने संविधान में संशोधन करने की अनुमति दी थी जिसके बाद जय शाह और सौरव गांगुली का कार्यकाल एक अवधि के लिए और बढ़ गया था। लेकिन अब सौरव गांगुली को BCCI अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ रहा है जबकि जय शाह अपने पद पर बने हुए हैं। इसी पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री से आग्रह करते हुए कहा है कि सौरव गांगुली को आईसीसी चुनाव लड़ने की अनुमति दी जानी चाहिए।