मैं धोनी से यही पूछना चाहूंगा कि जब मैंने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जड़ा उसके बाद मुझे ड्रॉप क्यों किया गया?: मनोज तिवारी

मनोज तिवारी ने 11 दिसंबर 2011 को चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें वनडे मैच में अपना एकमात्र अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा था।

Advertisement

MS Dhoni and Manoj Tiwary. (Photo Source: Getty Images)

भारत और बंगाल के अनुभवी बल्लेबाज मनोज तिवारी ने 18 फरवरी को प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। मनोज तिवारी ने रणजी ट्रॉफी 2024 में बिहार के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला। बता दें, मनोज तिवारी भारतीय घरेलू क्रिकेट में काफी जाना माना नाम है और उन्होंने कई मैच में बंगाल की ओर से काफी अच्छी बल्लेबाजी की और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है।

Advertisement
Advertisement

प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मनोज तिवारी ने भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के ऊपर यह सवाल उठाया है कि आखिर क्यों उन्होंने मनोज को तब टीम से ड्रॉप किया जब उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2011 में महत्वपूर्ण शतक जड़ा था। बता दें, मनोज तिवारी ने 11 दिसंबर 2011 को चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ पांचवें वनडे मैच में अपना एकमात्र अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ा था।

हालांकि 2012 में ऑस्ट्रेलिया में खेले गए कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज की भारतीय प्लेइंग XI में मनोज तिवारी को जगह नहीं मिली। मनोज तिवारी ने धोनी से सवाल पूछा है कि आखिर क्यों उन्हें इसके बाद टीम में शामिल नहीं किया गया?

मैं महेंद्र सिंह धोनी से यही पूछना चाहूंगा कि 2011 में शतक मारने के बाद मुझे क्यों टीम से ड्रॉप किया गया?: मनोज तिवारी

न्यूज18 के साथ इंटरव्यू में मनोज तिवारी ने कहा कि, ‘मैं महेंद्र सिंह धोनी से सवाल पूछना चाहूंगा कि 2011 में शतक मारने के बाद मुझे क्यों प्लेइंग XI से ड्रॉप किया गया? मेरे अंदर भी यह काबिलियत थी कि मैं रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसा हीरो बन पाऊं लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जब मैं टीवी पर यह देखता हूं कि और भी खिलाड़ियों को जो मेरे जैसे ही हैं उनको मौका मिल रहा होता है तो मुझे काफी बुरा लगता है।’

बता दें, मनोज तिवारी ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 में किया था। उन्होंने भारतीय टीम की ओर से 12 वनडे और तीन टी20 में भाग लिया है जिसमें अनुभवी बल्लेबाज ने क्रमश: 287 रन और 15 रन बनाए हैं।

 

Advertisement