मुंबई के ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम को आज 10 मार्च को 50 साल पूरे हो गए हैं। तो वहीं इस मौके पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया है। इस समारोह में एमसीए ने रणजी ट्राॅफी के जारी सीजन के फाइनलिस्ट टीम मुंबई और विदर्भ के कप्तान अजिंक्य रहाणे और अक्षय वाडकर को स्पेशल मूमेंटो दिया है। साथ ही मैच ऑफिशिएल्स के अलावा वानखेड़े स्टेडियम में 1973 को पहला मैच खेलने वाले पूर्व क्रिकेटरों को भी MCA द्वारा सम्मानित किया गया है।
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गौरतलब है कि रणजी ट्राॅफी के जारी सीजन का फाइनल मैच भी मुंबई के इस ऐतिहासिक मैदान पर खेला जा रहा है। तो वहीं इस फाइनल मैच से पहले मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने स्टेडियम की 50वीं वर्षगांठ पर सम्मान समारोह से जुड़ी कुछ फोटोज को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पोस्ट किया है।
दूसरी ओर, स्टेडियम के 50 साल पूरे होने पर बीसीसीआई डोमेस्टिक ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट की है। इस वीडियो में क्रिकेटर से कमेंटेटर बने विजय दहिया ने कहा- 1974 में निर्मित, वानखेड़े स्टेडियम ने 1975 में अपना पहला टेस्ट मैच आयोजित किया था। अपने स्वर्ण जयंती समारोह की शुरुआत करते हुए, मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन आज मैच अधिकारियों और दोनों कप्तानों को एक विशेष स्मृति चिन्ह से सम्मानित करना चाहता है।
देखें बीसीसीआई द्वारा शेयर की गई वीडियो
5⃣0⃣ years of Wankhede Stadium 🙌 🏟️
Earlier today, Mumbai Cricket Association President Mr. Amol Kale presented the captains of Mumbai, Vidarbha, and the match officials with a special memento commemorating 50 years of the Wankhede Stadium👌@IDFCFIRSTBank | #Finalpic.twitter.com/S3RuqVkGh1
तो वहीं इस सम्मान समारोह के समय MCA अध्यक्ष अमोल काले, सचिव अंजिक्य नायक के अलावा और भी अधिकारी मौजूद रहे। दूसरी ओर, आपको स्टेडियम के इतिहास के बारे में बताएं तो इसका नाम पूर्व क्रिकेट प्रशासक व राजनेता रहे शेषराव कृष्णराव वानखेड़े के नाम पर रखा गया है।
भारत ने इस मैदान पर 1975 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था, जिसमें उन्होंने 201 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। तो वहीं भारत ने इसके कुछ सालों बात ही इस मैदान पर अपनी पहली टेस्ट जीत न्यूजीलैंड के खिलाफ हासिल की थी। इसके अलावा भारत ने साल 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में श्रीलंका को इस मैदान पर हराकर, 28 साल बाद क्रिकेट वर्ल्ड कप को अपने नाम किया था।