‘मेरी ताकत छक्के लगाना है तो सिंगल क्यों लूं’: स्ट्राइक रोटेशन वाले सवाल पर ईशान किशन का करारा जवाब
ईशान किशन ने दूसरे वनडे में 84 गेंदों में चार चौको और सात छक्कों की मदद से 93 रनों की शानदार पारी खेली।
अद्यतन - अक्टूबर 10, 2022 12:40 अपराह्न
शिखर धवन की अगुवाई में भारतीय क्रिकेट टीम ने रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम कॉम्प्लेक्स में 9 अक्टूबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए दूसरे वनडे मैच में 279 रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक आसानी से पीछा करते हुए जारी तीन मैचों की वनडे सीरीज 1-1 से बराबर कर ली।
इस भारत बनाम साउथ अफ्रीका वनडे मैच में ईशान किशन (93) और श्रेयस अय्यर (113*) ने तीसरे विकेट के लिए 161 रनों की साझेदारी करते हुए भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सात विकेट से महत्वपूर्ण जीत दिलाई। अब इस वनडे सीरीज का निर्णायक मुकाबला नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में 11 अक्टूबर को खेला जाएगा, जहां दोनों टीमें इस मैच में जीत के साथ यह वनडे सीरीज अपने नाम करने की पूरी कोशिश करेगी।
स्ट्राइक रोटेशन के सवाल पर ईशान किशन ने दिया करारा जवाब
इस बीच, ईशान किशन जो मात्र सात रनों से अपना पहला वनडे शतक लगाने से चूक गए ने स्ट्राइक रोटेट करने को लेकर सवाल पूछे जाने पर बड़ा ही सीधा और बोलती बंद कर देने वाला जवाब दिया है। रांची के युवा बल्लेबाज ने कहा हर खिलाड़ी की अपनी स्ट्रेंथ होती है, और उनकी स्ट्रेंथ छक्के लगाना है और वो इसे बहुत आसानी से कर लेते हैं, जो कई बल्लेबाज नहीं कर पाते हैं, इसलिए वह रोटेशन के बारे में नहीं सोचते हैं।
ईशान किशन ने पोस्ट-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को बताया: “स्ट्राइक रोटेट करने की जहां तक बात है, तो वो कुछ प्लेयर्स की ताकत होती है, तो वहीं कुछ खिलाड़ियों की ताकत छक्के लगाने की होती है। मेरे जैसे कोई भी इतनी जल्दी से छक्का नहीं मार पाता है, मैं बहुत आसानी से छक्के मारता हूं। तो वो मेरा ताकत है। जो काम मैं छक्के से ही कर लेता हूं, तो फिर मैं उसके लिए रोटेट करने का नहीं सोचता हूं।”
उन्होंने आगे कहा: “लेकिन हां बहुत से ऐसी भी पारियां आएगी, जहां पे स्ट्राइक रोटेट करना भी जरूरी होगा, जहां पे विकेट पहले गिर गए होंगे, तो उसके लिए भी अभ्यास करना बहुत जरूरी है। लेकिन अगर आपकी ताकत छक्के लगाने की है, तो फिर छक्के लगाने में, बड़े शॉट्स खेलने में क्या हर्ज है।”