DRS की विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए माइकल वाॅन ने दिया अनोखा सुझाव, पढ़ें बड़ी खबर

सोशल मीडिया पर केवल एक नजर डालने से पता चलता है कि बहुत से लोग इस पर भरोसा नहीं करते हैं- वाॅन

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(Image Credit- Twitter X)

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान माइकल वाॅन (Michael Vaughan) ने डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) की विश्वसनीयता बरकरार रखने के लिए एक अनोखा सुझाव दिया है। बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच जारी टेस्ट सीरीज में डीआरएस काॅल को लेकर इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स काफी ज्यादा मुखर रहे हैं।

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तो वहीं सीरीज के दौरान जैक क्राॅली और रांची टेस्ट मैच में जो रूट के आउट होने के बाद, डीआरएस काॅल को लेकर क्रिकेट जगत में भी काफी चर्चा देखने को मिली है। हालांकि, अब दो धारी तलवार समझी जाने वाली डीआरएस काॅल को लेकर माइकल वाॅन ने बड़ा सुझाव दिया है। वाॅन का कहना है कि ट्रक में एक कैमरा और माइक्रोफोन चिपका दें, जहां यह निर्णय लिया जाता है।

माइकल वाॅन ने दिया अनोखा सुझाव

बता दें कि डीआरएस काॅल को लेकर द टेलीग्राफ में लिखे अपने एक काॅलम में माइकल वाॅन ने लिखा- सोशल मीडिया पर केवल एक नजर डालने से पता चलता है कि बहुत से लोग इस (DRS) पर भरोसा नहीं करते हैं। कुछ टीमों के पक्ष या विपक्ष में जाने वाले निर्णयों को लेकर बहुत गुस्सा और संदेह है। मेजबान प्रसारकों और ट्रक में कौन है, इसके बारे में संदेह है।

वाॅन ने आगे लिखा- डीआरएस की पारदर्शिता और जवाबदेही को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए एक आसान रास्ता है कि उस ट्रक में एक कैमरा और माइक्रोफोन चिपका दें, जहां बैठकर यह निर्णय होते है। सच में पता चले कि वहां क्या हो रहा है और इसमें किस तरह के लोग शामिल हैं।

यदि आप आईसीसी के किसी अधिकारी को भी वहां रखते हैं तो हमें पता चल जाएगा कि ईमानदारी, जिसके लेकर हम खेल में इतनी चर्चा करते हैं, अभी भी बरकरार है। इसके बाद आप कह सकते है कि ट्रक में जो तकनीक इस्तेमाल हो रही है वो फील्ड पर खड़े दो अंपायर के बराबर ही महत्वपूर्ण और जरूरी है।

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