‘ओवरकॉन्फिडेंट था, गलती हुई’- 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ मिले हार पर मिस्बाह उल हक
2007 टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल मैच में पाकिस्तान जीत के बेहद करीब आ गया था।
अद्यतन - जनवरी 29, 2022 1:47 अपराह्न
मिस्बाह-उल-हक ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान मध्यक्रम में पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। जहां वह कुछ मौकों पर अपने टीम के लिए काम करने में कामयाब रहे वहीं कुछ ऐसे भी उदाहरण थे जहां वह असफल भी हुए और उनमें से एक विफलता 2007 में टी-20 विश्व कप के उद्घाटन संस्करण के फाइनल में कट्टर प्रतिद्वंद्वी भारत के खिलाफ आई।
जोहान्सबर्ग का वांडरर्स स्टेडियम में एक समय ऐसा लग रहा था कि मिस्बाह पाकिस्तान को अकेले ही खिताब दिला देंगे, लेकिन मैच के आखिरी ओवर में कुख्यात स्कूप शॉट के कारण उनका और साथ ही पाकिस्तान टीम का पतन हो गया। अब, पूर्व कप्तान ने बताया कि उन्होंने वो शॉट क्यों खेला और उस समय उनके मन में क्या चल रहा था।
मिस्बाह ने अपने उस स्कूप शॉट को लेकर दिया बड़ा बयान
Cricket Next एक शो में अपने पूर्व साथी खिलाड़ियों के साथ बातचीत के दौरान मिस्बाह ने कहा कि, “2007 में मैं हमेशा कहता हूं कि हर खेल में मैंने उस शॉट को खेलते हुए इतने चौके लगाए। यहां तक कि फाइन लेग के साथ भी मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस शॉट को खेलते हुए सिंगल ले रहा था। स्पिनरों के खिलाफ मैं उस शॉट से फाइन लेग पर खूब रन बना रहा था तो आप कह सकते हैं कि मुझे अति आत्मविश्वास हो गया था। मैंने उस शॉट को गलत बताया जिस पर मुझे सबसे ज्यादा भरोसा था।”
उसी समय, अनुभवी बल्लेबाज ने यह भी स्वीकार किया कि उनके अंदर ओवर कॉन्फिडेंस अधिक आ गया और इस तरह, अपने मजबूत शॉट को गलत तरीके से खेलकर मैचसमाप्त कर दिया, जिस पर उसे सबसे अधिक भरोसा था। उन्होंने कहा कि, “तो, आप कह सकते हैं कि मुझे अति आत्मविश्वास हो गया है। मैंने उस शॉट को गलत बताया जिस पर मुझे सबसे ज्यादा भरोसा था।”
2007 टी-20 वर्ल्ड कप के खिताबी मुकाबले के आखिरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे, जबकि भारत को जीत के लिए एक विकेट। मिस्बाह उल हक गजब की बैटिंग कर रहे थे। भारतीय फैंस की सांसे अटकी हुई थीं। जोगिंदर शर्मा के हाथ में गेंद थी और ऐसा लग रहा था कि पाकिस्तान जीत जाएगा, तभी मिस्बाह गलती कर बैठे। उन्होंने स्कूप शॉट खेला और श्रीसंत ने एक आसान कैच लपक लिया।