मोहम्मद शमी ने एंटी करप्शन यूनिट की जांच में दूसरी महिलाओं के साथ सम्बन्ध कबूले थे
अद्यतन - मार्च 23, 2018 4:11 अपराह्न
मोहम्मद शमी को गुरुवार के दिन उनपर लगे मैच फिक्सिंग के आरोपों से बरी कर दिया गया है. बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट ने अपनी रिपोर्ट में शमी को पूरी तरह से निर्दोष बताया है जिसके बाद उन्हें ग्रेड बी अनुबन्ध भी बीसीसीआई की तरफ से दे दिया गया है. शमी के उपर ये सारे आरोप उनकी पत्नी हसीन जहां ने लगायें थे जिसमे अभी शमी के उपर बाकी मामलों की जाँच कोलकाता पुलिस कर रही है, लेकिन अब शमी इंडियन प्रीमियर लीग का आने वाला सीजन खेल सकेंगे.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने शमी के उपर लगे फिक्सिंग के आरोप से उन्हें बरी करने के साथ ही वार्षिक अनुबंध में शामिल कर लिया लेकिन इसी में एक खबर ये भी आ रही कि शमी ने दूसरी महिलाओं के साथ अपने संबंधों को भी कबूला है पर बीसीसीआई ने इस बात को पहले ही कह दिया था कि उन्हें शमी के निजी जीवन में चल रहे विवाद से कोई भी मतलब नहीं है.
क्या शमी ने झूठ बोला
डेकन क्रोनिकल में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार मोहम्मद शमी ने एंटी करप्शन यूनिट के सामने इस बात को कुबूल किया है कि उनके दूसरी महिलाओं के साथ भी सम्बन्ध है और उनके इसी काबुल के कारण वार्षिक अनुबंध में भी जगह मिली है.
शमी ने अपने पैसे के लेनदेन के बारे में झूठ बोला था जो उन्होंने लंदन में रहने वाले बिजनेसमैन मोहम्मद भाई को लेकर बोला था जिसके जरिये अलिश्बा नाम की महिला का नाम रहा था. एंटी करप्शन यूनिट ने उनके सारे बैंक अकाउंट की जांच की है जिसमे उन्हें किसी भी प्रकार का ऐसा कोई लेनदेन नहीं मिला.
जिससे इस बात का साफ़ तौर पर पता चल गया कि शमी ये सारी कहानी में झूठ बोल रहे थे जिसके पीछे का कारण वह उस बिजनेसमैन के यहाँ जाकर अपनी फिमेल फ्रेंड्स के साथ समय बिता सके बाहर जाकर. ये सारी बातें बीसीसीआई के अंदर से मिली एक सूत्र से है जो डीएनए में छपी है.