पिता के देहांत के बाद मोहम्मद सिराज को इस वजह से कमरे में अकेले बंद रहना पड़ा
पिता के देहांत के समय 14 दिनों के क्वारंटाइन में थे मोहम्मद सिराज।
अद्यतन - अगस्त 20, 2021 12:02 पूर्वाह्न
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज अपने शानदार प्रदर्शन से चारों तरफ सुर्खियों में बने हुए हैं। पिछले आठ महीनों में ऑस्ट्रेलिया से लेकर इंग्लैंड तक सिराज ने जो प्रदर्शन किया है, उसने सबको बता दिया है कि वो लंबे समय के लिए इस खेल में रहने वाले हैं। लॉर्ड्स टेस्ट मैच में सिराज के प्रदर्शन ने बता दिया कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनका प्रदर्शन कोई अपवाद नहीं था।
हालांकि, सिराज के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही क्योंकि ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू होने से कुछ दिन पहले ही उनके पिता का देहांत हो गया था। इसके बावजूद सिराज ने खुद को टूटने नहीं दिया और अपने देश के लिए वो ऑस्ट्रेलिया में अंत तक रहे।
पिछले साल नवंबर में सिराज के पिता का हुआ था देहांत
मोहम्मद सिराज ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं लेकिन पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पिता के देहांत के बाद मानों उन पर पहाड़ टूट गया हो। सिराज के पिता मोहम्मद घौस का देहांत पिछले साल 20 नवंबर को हो गया था और उस समय सिराज ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 14 दिनों के क्वारंटाइन में थे और इसी वजह से पिता के देहांत के बाद वो अपने परिवार से मिलने भारत नहीं आ सके। इतना ही नहीं, उनके पिता के जाने के बाद कोई भी भारतीय खिलाड़ी कड़े क्वारंटाइन के नियमों के चलते सिराज से मिलने उनके कमरे में नहीं जा सका।
कमरे के बाहर तैनात रहती थी पुलिस
बोरिया मजूमदार और खेल पत्रकार कुशन सरकार द्वारा भारतीय क्रिकेट पर लिखी हुई एक किताब में बताया गया है कि जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर क्वारंटाइन में थी, उस वक्त सभी खिलाड़ियों के कमरे के बाहर पुलिस तैनात रहती थी जिससे कोई भी खिलाड़ी कोविड के नियम ना तोड़ पाए। इसी वजह से पिता की मृत्यु के बाद सिराज ने पूरा एक दिन होटल कमरे में अकेले बिताया। हालांकि, इस दौरान सभी भारतीय खिलाड़ियों ने सिराज से वीडियो कॉल पर बात करते रहे और लगातार उनका हाल पूछ रहे थे।
न्यूज़-18 ने उस किताब का एक अंश साझा करते हुए लिखा कि “उस समय होटल के कमरों के बाहर पुलिस तैनात रहते थे और नजर रखते थे कि कोई खिलाड़ी कोविड नियम को ना तोड़ पाए। इसी वजह से उनके साथी खिलाड़ी पूरे दिन सिराज के साथ वीडियो कॉल पर बातचीत कर रहे थे और सिराज पर नजर रख रहे थे।”
सिर्फ फिजियो नितिन पटेल मोहम्मद सिराज से मिलने पहुंचे थे
उसी किताब के अंश में लिखा हुआ है कि “उस दिन भारतीय टीम के फिजियो नितिन पटेल उस दिन मोहम्मद सिराज से मिलने उनके कमरे में गए थे। सिराज ने इससे पहले कई कठिन पस्थितियों का सामना किया लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। सिराज अपने पिता के सपने को पूरा करना चाहते थे और मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में मिले मौके के बाद उन्होंने आज तक पीछे मुड़कर नहीं देखा।”