टी-20 टीम से बाहर किए जाने पर मुशफिकुर रहीम ने जताई नाराजगी

रहीम ने कहा कि ड्रॉप होने में कोई शर्म नहीं है लेकिन चीजें स्पष्ट होनी चाहिए।

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Mushfiqur Rahim. (Photo Source: Twitter)

बांग्लादेश के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक मुश्फिकुर रहीम को टी-20 टीम में जगह नहीं मिली जो तीन मैचों की श्रृंखला के लिए पाकिस्तान का सामना करेगी। हालांकि रहीम ने कहा है कि इस निर्णय ने उन्हें आश्चर्यचकित नहीं किया क्योंकि वह तैयारी के दौरान टीम के साथ नहीं थे और अपने जिम सत्र को अकेले ही पूरा किया था।

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चयनकर्ता ने न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले चार टेस्ट मैचों को ध्यान में रखते हुए अपनी ‘चूक’ को ‘आराम’ के रूप में संदर्भित किया। हालांकि रहीम को उनका ये तर्क पसंद नहीं आया और उनका मानना है कि कारणों को अलग-अलग शब्दों में प्रस्तुत करने के बजाय चीजों को स्पष्ट तरीके से बताया जाना चाहिए।

टीम से बाहर किए जाने को लेकर मुश्फिकुर रहीम ने क्या कहा ?

क्रिकबज के हवाले से मुश्फिकुर रहीम ने कहा कि, “निश्चित रूप से उन्हें कहना चाहिए कि मुझे छोड़ दिया गया है, सभी को सच कहना चाहिए। क्योंकि टीम से बड़ा कुछ भी नहीं है और मैं सिर्फ एक साधारण सदस्य हूं। प्रदर्शन ऊपर और नीचे जाता है और सभी को प्रदर्शन और फिटनेस के आधार पर आंका जाना चाहिए। वो आसानी से कह सकते थे कि हम कुछ और सोच रहे हैं और इस सीरीज में आप पर विचार नहीं कर रहे हैं।”

34 वर्षीय ने आगे कहा कि उतार-चढ़ाव एक क्रिकेटर के जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा है और ऐसा नहीं है कि उन्हें पहली बार ड्रॉप किया जा रहा है, लेकिन लंबे समय के बाद उनके साथ ऐसा किया गया। अगर चयनकर्ताओं ने उन्हें आराम देने के बजाय उनकी चूक के बारे में स्पष्ट रूप से बता दिया होता तो वह काफी बेहतर स्थिति में होते।

उन्होंने आगे कहा कि, “अगर उन्होंने ऐसा कहा होता तो मुझे ज्यादा अच्छा लगता कि कम से कम उन्होंने कुछ तो सम्मान दिखाया होता। यदि वो आगामी चार टेस्ट मैचों के बारे में सोच रहे होते तो वो कह सकते थे कि विश्व कप से पहले वो कह सकते थे कि “हमारे पास चार टेस्ट मैच हैं और आप एक ब्रेक ले सकते हैं।”

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