‘मैं दबाव में कैसे व्यवहार करता हूं’- एशेज सीरीज के दौरान अपनी अंपायरिंग से पहले नितिन मेनन

एशेज सीरीज के आखिरी तीन मैचों के दौरान फील्ड पर नजर आ सकते हैं नितिन

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Nitin Menon. (Photo by Morne de Klerk/Getty Images)

इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच बहुप्रतीक्षित पांच मैचों की एशेज टेस्ट सीरीज की शुरूआत हो चुकी है और दोनों टीमों के बीच सीरीज का पहला मैच आज 16 जून, शुक्रवार से बर्मिंघम के एजबेस्टन में शुरू हो गया है। तो वहीं इस सीरीज के दौरान भारतीय अंपायर नितिन मेनन ने अंपायरिंग करने के अनुभव फैंस के साथ साझा किए हैं।

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गौरतलब है कि साल 2020 के जून में नितिन मेनन आईसीसी एलीट पैनल के अंपायर बने थे, लेकिन उसके बाद कोविड के चलते वह भारत में ही अंपायरिंग करते हुए नजर आए थे। हालांकि, इसके बाद उन्होंने यूएई और ऑस्ट्रेलिया में हुए टी-20 वर्ल्ड के दौरान कुछ मैचों में मैच ऑफिशिएल की भूमिका निभाई थी। इसके अलावा इंग्लैंड की साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी वह अंपायरिंग टीम का हिस्सा थे।

साथ ही अंपायरिंग में अपने लंबे अनुभव और करियर का इस्तेमाल वह आगामी एशेज सीरीज के दौरान करते हुए नजर आने वाले हैं। बता दें कि एशेज सीरीज के आखिरी तीन टेस्ट मैचों के दौरान वह फील्ड पर नजर आ सकते हैं। तो वहीं उन्होंने इससे पहले बड़ा बयान देते हुए कहा है कि घर पर अंपायरिंग करने से उन्हें खिलाड़ियों द्वारा बनाए गए दबाव को संभालने में मदद मिली है।

नितिन मेनन ने दिया बड़ा बयान

बता दें कि एशेज टेस्ट सीरीज में अंपायरिंग करने से पहले नितिन मेनन ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा- पहले दो सालों में भारतीय भारतीय उपमहाद्वीप में अंपायरिंग, टेस्ट मैच और उसके बाद ऑस्ट्रेलिया व यूएई में हुए टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान अंपायरिंग करना एक अद्भुत अनुभव रहा है।

नितिन मेनन ने आगे कहा- मैं सर्वश्रेष्ठ मैच ऑफिशिएल्स के साथ काम कर रहा हूं और खिलाड़ियों ने मेरे अंपायरिंग अनुभव में इजाफा किया है। मैच के दौरान मैंने अपने कैरेक्टर के बारे में बहुत कुछ सीखा है कि मैं दबाव में कैसे व्यवहार करता हूं। बहुत सारे पाॅजिटिव हैं। घर पर अंपायरिंग करने से खिलाड़ियों द्वारा बनाए गए दबाव को संभालने में मुझे मदद मिली है।

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